तारीखें बदलकर पहुंच रही ट्रेनें,लोगों के लिए मुहाल हुई रेल की मुसाफिरी
तारीखें बदलकर पहुंच रही टे्रनें,लोगों के लिए मुहाल हुई रेल की मुसाफिरी तारीखें बदलकर पहुंच रही टे्रनें,लोगों के लिए मुहाल हुई रेल की मुसाफिरी
झाझा । निज संवाददाता रेल के मुसाफिरों के लिए मुसाफिरी इन दिनों मुसीबत का सबब बनी हुई है। मुसाफिरों के मशरफ वाली अधिकांश टे्रनें तकरीबन अनिश्चित हाल वाली लेट-लतीफी के आलम में चल रही हैं। विभूति एवं कुंभ सुपरफास्ट आदि लंबी दूरी की कई टे्रनें तारीख बदलकर पहुंचती दिख रही हैं। वहीं,03510 खातीपुरा (जयपुर)-आसनसोल एवं 07006 रक्सौल-हैदराबाद आदि कई स्पेशल टे्रनों का हाल भी उक्त लंबी दूरी वाली नयमित टे्रनों से कहीं जुदा नहीं दिख रहा है। उत्तर भारत इलाके में कोहरे के कहर से टे्रनें भी अछूती नहीं दिख रही हैं। समस्या यह भी कि यदि डाउन की टे्रनें अत्यधिक लेट होती हैं तो फिर अप में उक्त टे्रन को रेलवे को या तो कैंसिल करना पड़ता है,या फिर उन्हें कई घंटे री-शिड्यूल करना पड़ता है। जिसके नतीजे में अप एवं डाउन दोनों दिशाओं के मुसाफिरों के लिए रेल की मुसाफिरी कहीं न कहीं मुसीबत का सबब बनी दिख रही हैं। मुसाफिरों के लिए कोढ़ में खाज सरीखी दूसरी परेशानी यह कि स्टेशन के प्लेटफॉर्मों पर पर्याप्त संख्या में शेड व बेंच नहीं हो पाने के कारण उन्हें सिर पर छत व बैठने को बेंच भी नसीब नहीं हो पाती है। ऐसे में बेचारे मुसाफिरों को टे्रन के इंतजार की ये घड़ियां कनकनाती जमीं पर बैठकर अथवा खड़े रहकर ही गुजारनी होती है। पर,चहुंओर से खुले प्लेटफॉर्मों पर बर्फीली हवाओं के थपेड़ों के बीच वक्त काटने की मजबूरी मुसाफिर के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होती है।
टे्रनों के तारीखें बदलकर पहुंचने से बेमानी हो रही है महीनों पहले कराई रिजर्वेशन :
लंबी दूरी वाली अधिकांश टे्रनों की बेसाख्ता लेट-लतीफी ने लंबी दूरी वाले मुसाफिरों की मुश्किलें कहीं अधिक बढ़ा दी है। लंबी दूरी वाली कई टे्रनों के तारीख बदलकर और प्रात की टे्रनों के अगले दिन की दोपहर या शाम में पहुंचने से बेचारे मुसाफिरों द्वारा उक्त टे्रनों के लिए महीनों पहले से कराई गई बर्थों की रिजर्वेशन बेमानी साबित हो रही हैं। जबकि कई बेचारे अपनी रिजर्वेशन को कैंसिल राने को मजबूर हो रहे बता जाते हैं। झाझा बाजार के संजय कुमार, अनिल कुमार आदि ने बताया कि उनलोगों ने गुरूवार की अप की विभूति में सपरिवार सफर का कार्यक्रम बना रखा था। इसको ले बड़े जतन से करीब दो माह पूर्व ही रिजर्वेशन हासिल कर लिया था। पर, तड़के 1.55 बजे पहुंचने वाली क्त टे्रन करीब 13 घंटों की देरी से रात 1.55 बजे की बजाय अगली दोपहर के करीब 2 बजे झाझा पहुंचने की बात बताई गई।
इसके मद्देनजर उन्हें अपनी टिकटें कैंसिल करानी पड़ी है।
बीते दो दिनों के दौरान लंबी दूरी वाली चंद महत्वपूर्ण टे्रनों का हाल (झाझा में) :
गुरूवार को:
टे्रन सं. व नाम देरी का हाल
12334 डाउन प्रयागराज रामबाग-हावड़ा विभूति सुपरफास्ट 9 घंटा
12333 अप हावड़ा-प्रयागराज रामबाग विभूति सुपरफास्ट 13 घंटा
12369 अप हावड़ा-देहरादून कुंभ सुपरफास्ट (रीशिड्यूल) 350 मिनट
03510 डाउन खातीपुरा-आसनसोल स्पेशल 16 घंटा
07006 डाउन रक्सौल-सिकंदराबाद स्पेशल 05 घंटा
13510 डाउन गोंडा-आसनसोल एक्स. 4.5 घंटा
13287 अप दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्स. 3.5 घंटा
13020 डाउन काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्स. 03 घंटा
13006 डाउन अमृतसर-हावड़ा पंजाब मेल 2.5 घंटा
03230 पटना-पुरी स्पेशल 1.5 घंटा
बुधवार को झाझा पहुंचने वाली विभूति एवं कुंभ की लेट-लतीफी का हाल :
12334 डाउन विभूति सुपरफास्ट 16 घंटा
12333 अप विभूति सुपरफास्ट 04 घंटा
12369 अप कुंभ सुपरफास्ट 8.50 घंटा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।