झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं
झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब झोंपादह मेले में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
उपासना स्थल पर लक्ष्मीपुर पुलिस, मेला स्थल पर झाझा व नदी पार बेलहर पुलिस डटी थी
जमुई व बांका जिलों के तीन थानों के मुहाने पर लगे मन्नतें मांगने को जमुई समेत बांका व मुंगेर जिले के ग्रामीण हलकों से भी हजारों की तादाद में पहुंचे थे महिला-पुरूष श्रद्धालु
फोटो - 09
परिचय - झोंपादह मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
झाझा,निज संवाददाता
मकर संक्रांति के मौके पर झाझा प्रखंड के झोपादह में लगने वाले मेले में दूसरे दिन बुधवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा था। मकर संक्रांति के पावन मौके पर झोंपा नामक धार्मिक स्थल पर लगने वाला उक्त मेला इस साल भी अपने पूरे शबाब पर था। सदियों से लगते आ रहे उक्त मेले के दूसरे दिन बुधवार को भी श्रद्धालुओं का मानों सैलाब उमड़ पड़ा था। और...उक्त जनसैलाब के नियंत्रण व किसी अप्रिय घटना की गुंजाइश को खत्म करने के नजरिए से ही मंदिर व उसके आसपास के अपने क्षेत्राधिकार वाले हलकों मे संबंंधित थानों की पुलिस भारी सुरक्षा व्यवस्थाके साथ डटी थी। उपासना स्थल पर लक्ष्मीपुर पुलिस,मेला स्थल पर झाझा व नदी पार बांका जिले के बेलहर थाना की पुलिस। दो जिलों की पुलिस का यह समागम कोई अपराध,उग्रवाद नियंत्रण को लेकर नहीं था। अपितु यह उक्त जिलों के तीन थानों के ठीक सीमाने पर आयोजित होने वाले झोंपारानी मेले को ले तीनों थानों की पुलिस का सुरक्षा घेरा था।
कई जिलों के श्रद्धालु उमड़े थे मां झोंपारानी के दर्शन-पूजन को:
मां झोंपारनी की महत्ता,महिमा व श्रद्धा ऐसी कि गुजरे दशकों की तरह ही एक बार फिर जमुई जिले के अलावा बांका व मुंगेर जिले के भी कई ग्रामीण हलकों के महिला-पुरूष श्रद्धालु माता रानी के पावन दर्शनों को उसके दरबार में कतार लगाए हुए थे। श्रद्धालुओं की मान्यताओं के मुताबिक गंगा की छोटी बहन मानी जाने वाली झोंपारानी के पवित्र-पावन जल में स्नान के बाद श्रद्धालु वहीं तट पर स्थित माता के दरबार में पूरे नेम पूर्वक पूजा-अर्चना में मशगुल दिखे। साथ ही,माता की हाजिरी से निवृत्त हो जाने के बाद परिवार संग आए श्रद्धालु अपने बाल-गोपालों संग जमकर मेले का आनंद भी लेते दिखे। अनेकों श्रद्धालुओं द्वारा मां के चरणों में बलि भी चढ़ाते देखा गया। करीब दो वर्ग किमी क्षेत्रफल में पसरे नजर आए उक्त मेले में एक ओर श्रद्धालुओं का सैलाब था तो दूसरी ओर उसी बीच में कुछ अच्छी मजदूरी की उम्मीद में दूर-दराज से आए कई दुकानदार भी फुटपाथों पर अपनी विभिन्न चीजों की दुकानें पसारे बैठे थे।
संतान प्राप्ति व अन्य मन्नतों को पूरा करने वाली मानी जाती है मां झोंपरनी:
माता झोंपरनी के श्रद्धालुओं के शब्दों में मां के दरबार की महिमा व महत्ता अपरंपार है। कहते हैं हर साल यहां सैकड़ों दंपत्ति जहां संतान सुख का आशीर्वाद पाने को आते हैं तो अन्य हजारों परिवार अपने परिवार के किन्हीं अन्य दु:ख,तकलीफ,कष्ट या केस मुकद्दमों से मुक्ति की मनौती मानने को आते हैं। और....स्थानीय बुजुर्गों की मानें तो मां के दरबार में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मन्नतें व मुरादें पूरी होती हैं। बताया कि मन्नत को ले पान के एक पत्ते पर अरवा चावल व सुपाड़ी आदि रखकर मन्नत मानी जाती है। यदि वह पत्ता वहां गिर गया तो फिर इसे मां का आशीर्वाद मिल जाने का संकेत मानते हुए श्रद्धालु नदी तट पर जाकर उक्त प्रसाद को ग्रहण कर लेते हैं। बाद में इच्छित संतान हो जाने पर उसके सिर में एक लट रखी जाती है तथा बाद में उक्त संतान का यहां मुंडन करवाते हैं।
गनगनियां में होता है गंगा से मिलन:
स्थानीय बुजुर्गों ने झोंपरनी के गंगा की बहन होने संबंधी अपने दावे के समर्थन में बताया कि भागलपुर लाइन में सुल्तानगंज के करीब गनगनियां नामक स्थान में मां झोंपरनी का गंगा से संगम होता है। बुजुर्गों ने बताया कि एक बार इधर से गुजरती एक बारात को जब प्यास लगी और तृष्णा तृप्ति को यहां कोई साधन नहीं दिखा तो बारातियों ने मां से फरियाद की थी और तभी से यहां बारहों मास झोंपरनी की अविरल सरिता बहती आई है। उक्त बुजुर्गों के अनुसार गनगनियां में इन सारे बखानों का भी पूरा वर्णन मौजूद है।
मकर संक्रांति पर लोगों ने परिवार के साथ जम कर उठाया पिकनिक का आनंद
फोटो - 11 और 12, परिचय - जन्मस्थान में जैन मंदिर के समीप लगे मेले लुत्फ उठाते लोग
फोटो - 13, परिचय - कुंड घाट के समीप मौजूद लोग
सिकंदरा, निज प्रतिनिधि
मकर संक्रांति के अवसर पर बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित कुंड घाट व जन्म स्थान के जंगलों में हजारों की संख्या में लोगों ने जमकर पिकनिक का आनंद उठाया। इस दौरान काफी संख्या में लोग अपने दोस्त साथी व परिवार जनों के साथ पिकनिक मनाने जंगल पहुंचे। विदित हो कि मकर संक्त्रांति के अवसर पर कुंडघाट व जन्म स्थान के जंगलों में पिकनिक मनाने की परंपरा कई दशकों से चली आ रही है। सिकंदरा, अलीगंज, हलसी, खैरा, चेवाड़ा, कौवाकोल समेत आसपास के क्षेत्रों के लोग इस भागदौड़ एवं तनाव भरी जिंदगी से बाहर निकल 15 जनवरी को पिकनिक मनाने कुंड घाट व जन्म स्थान के जंगलों में पहुंचते हैं। पिकनिक के दौरान लोग जन्मस्थान व पहाड़ की तलहटी से सटे कुण्डघाट के जंगलों में अपनी पसंद के अनुरूप मटन, चिकन व शाकाहारी व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाते देखे गए। पिकनिक मनाने वालों की टोली सुबह से ही पहाड़ की ओर जानी शुरू हो गई थी। पिकनिक के लिए जाने वाले लोग अपने साथ भोजन की सामग्री के साथ-साथ मनोरंजन के लिए गाना बजाने का प्रबंध भी किये हुए थे। पिकनिक स्थल पर लोग अपने-अपने परिवार व मित्रों के साथ टोलियों में बैठे संगीत की मधुर धुन पर झूमते हुए लजीज व्यंजनों का आनंद उठाते दिखे। विदित हो नयनाभिराम प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत कुण्डघाट व जन्मस्थान जंगल में मकर संक्त्रांति के अवसर पर 15 जनवरी को हर वर्ष काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है। कुण्डघाट में डैम का निर्माण कार्य चल रहा है। वहीं भगवान महावीर का च्यवन व दीक्षा कल्याणक मंदिर लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। भीड़ के कारण क्षत्रिय कुंड जन्म स्थान का मंदिर बंद कर दिया गया था। वही क्षत्रिय कुंड जन्मस्थान के जंगलों में नववर्ष व मकर संक्त्रांति के अवसर पर काफी संख्या में लोग पिकनिक का आनंद उठाने के लिये यहां पहुंचते है। वही लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लछुआड़ थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार पाठक सहित थाना के कई पुलिस पदाधिकारी के साथ दर्जनों जवान के द्वारा शरारती तत्व पर निगरानी रखी जा रही थी।
लछुआड़ थाना की पुलिस ने चार आरोपी को किया गिरफ्तार
सिकंदरा, निज प्रतिनिधि
लछुआड़ थाना क्षेत्र के मथुरापुर गांव में युवक को गोली मारने एवं घायल युवक के परिवार वालों के साथ मारपीट के आरोप में पुलिस ने चार आरोपी को गिरफ्तार कर बुधवार को जमुई न्यायालय भेज दिया। बता दें कि मछली चोरी का आरोप लगाकर मथुरापुर गांव निवासी मनोज पासवान के पेट में दबंगों के द्वारा गोली मार दी गई थी। इसके साथ घायल मनोज पासवान की बहन एवं चाचा को मारपीट कर घायल कर दिया गया था। जानकारी देते हुए लछुआड़ थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि घायल मनोज पासवान के फर्द बयान पर पुलिस के द्वारा एक टीम बनाकर छापेमारी की गई। गोलीकांड एवं मारपीट के आरोप में संलिप्त मथुरापुर गांव निवासी सकलदीप पासवान पिता बीरबल पासवान, विनय पासवान, शिवम पासवान दोनों के पिता जितेंद्र पासवान एवं भगवान पासवान पिता स्वर्गीय भरोसी पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी को बुधवार को जमुई न्यायालय भेज दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।