जमुई के आईएएस ने बिरसा मुंडा पर किया था शोध : श्रेयशी
जमुई के आईएएस ने बिरसा मुंडा पर किया था शोध : श्रेयशी सिंह जमुई के आईएएस ने बिरसा मुंडा पर किया था शोध : श्रेयशी सिंह
जमुई के आईएएस ने बिरसा मुंडा पर किया था शोध : श्रेयशी जमुई के आईएएस ने बिरसा मुंडा पर किया था शोध : श्रेयशी सिंह
छोटा नागपुर में कमिश्नर रहते हुए लिखी थी पुस्तक
तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने एक लाख का दिया था पुरस्कार
फोटो 9
परिचय
जमुई,हिंदुस्तान प्रतिनिधि।
भगवान बिरसा मुंडा के 150 वीं जयंती समारोह के मौके पर आयोजित पीएम की सभा में जमुई के विधायिका श्रेयशी सिंह ने विशेष जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। 25 वर्ष की उम्र में जेल में उनकी मृत्यु हो गई। वर्ष 1966 में जमुई के रहने वाले आईएएस सुरेश कुमार सिंह छोटा नागपुर में कमिश्नर थे। उन्होंने बिरसा मुंडा पर शोध किया। बाद में पुस्तक भी लिखी।उनके शोध के बाद लोग बिरसा मुंडा को जानने लगे। इसके लिए तत्कालीन पीएम स्व. इंदिरा गांधी ने उन्हें एक लाख रुपये का इनाम भी दिया था। हालांकि बिरसा मुंडा के अतीत और उनके द्वारा किए गए कार्यों को उचित सम्मान नहीं मिल पाया। वर्तमान केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जो काम किया है यह इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा। विधायिका श्रेयशी सिंह ने जमुई की धरती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया। साथ ही कहा कि डबल इंजन की सरकार में देश और प्रदेश में विकास के ऐतिहासिक कार्य किया जा रहे हैं।
जिप अध्यक्ष ने पीएम मोदी का किया स्वागत
पीएम मोदी ने दुलारी से पूछा परिचय, किया मार्गदर्शन
फोटो 10: पीएम मोदी का स्वागत करते जिप अध्यक्ष
परिचय
जमुई।
जनजातीय गौरव दिवस समारोह में हिस्सा लेने जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बल्लोपुर की धरती पर कदम रखा, जिप अध्यक्ष दुलारी देवी ने उनका अभिवादन किया। पीएम मोदी ने उनसे परिचय प्राप्त किया और मार्गदर्शन भी किया। पीएम से मिलकर जिप अध्यक्ष दुलारी देवी फुले नहीं समा रही थीं। यह पहला अनुभव था जब दुनिया के ताकतवर राजनेताओं में शुमार नरेंद्र मोदी से आमने-सामने हुई थी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जैसे ही वायु सेना के हेलीकॉप्टर से उतरे हाथ जोड़कर उन्होंने अभिवादन किया। प्रधानमंत्री ने भी हाथ जोड़कर उनका परिचय पूछा और मार्गदर्शन किया। दरअसल प्रधानमंत्री कार्यालय से हेलीपैड पर मिलने वाले लोगों की सूची एसपीजी को उपलब्ध कराई गई थी। सूची में कुल 30 लोग शामिल थे। सबसे पहले नंबर पर जिप अध्यक्ष दुलारी देवी थीं। दूसरे नंबर पर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, तीसरे नंबर पर डीजीपी आलोक राज, चौथे नंबर पर जमुई की जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा और पांचवें नंबर पर जमुई के एसपी चंद्रप्रकाश थे। प्रधानमंत्री को विदा करने वालों की सूची में भी दुलारी देवी पहले नंबर पर थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को हेलीपैड तक ले जाकर एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर के पास अभिवादन के साथ विदा किया। प्रधानमंत्री के मिलने से पहले एसपीजी के सुरक्षा कर्मियों ने सभी लोगों की जांच की। जांच के उपरांत सबों को उनके निर्धारित स्थान पर खड़ा रहने का की बात कही गई। अध्यक्ष को प्रधानमंत्री के वापस लौटने के समय भी छोड़ना था। इसलिए एसपीजी ने उनसे वहीं रहने का अनुरोध किया। लगभग पौने दो घंटे बाद जब पीएम पुनः हेलीपैड पर पहुंचे तो अध्यक्ष ने हाथ जोड़कर उन्हें विदा किया।
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