Hindi Newsबिहार न्यूज़जमुईElderly Man Dies After Being Hit by Train Near Gidhaur Station

ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत

ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईFri, 15 Nov 2024 01:17 AM
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ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की हुई मौत

फोटो - 10

परिचय - रेलवे ट्रेक के किनारे खेत में पड़ा वृद्ध मृतक का शव

गिद्धौर, निज संवाददाता

किउल झाझा रेलखंड के गिद्धौर रेलवे स्टेशन के डाउन मेन लाइन से महज कुछ दूरी पर अवस्थित पोल संख्या 378/26 के निकट ट्रेन से कटकर एक वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गयी। आसपास के स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार उक्त व्यक्ति की पहचान सोनो थाना क्षेत्र के रक्सा औरैया गांव निवासी भुनेश्वर पंडित के रूप में हुई है। घटना तकरीबन सुबह 8:00 बजे के आसपास की बतायी जाती है। आसपास के ग्रामीणों द्वारा ऐसी आशंका जतायी जा रही है उक्त व्यक्ति रेलवे ट्रेक पार कर रहा था, तभी किसी मेल एक्स्प्रेस ट्रेन के चपेट में आ गया। जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। इधर आसपास के ग्रामीणों की माने तो मृतक अपने एक रिश्तेदार के यहां आयोजित कार्तिक उद्यापन समारोह में भाग लेने जा रहा था कि इसी दौरान उक्त वृद्ध व्यक्ति ट्रेन के चपेट में आ गया एवं उनकी मौत हो गयी। वहीं वृद्ध का शव क्षत विक्षत अवस्था में रेलवे ट्रैक से नीचे खेत के किनारे पड़ा हुआ है। इधर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गयी है। समाचार सम्प्रेषण तक उक्त वृद्ध का शव रेलवे ट्रैक के नीचे खेत में पड़ा हुआ है।

वर्चस्व को लेकर दो पक्षों बीच रोड़ेबाजी के साथ लगभग 20 से 25 राउंड फायरिंग

फायरिंग में एक युवक घायल, मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र के पोहे गांव का

फोटो - 05, परिचय - सिकंदरा अस्पताल में मौजूद घायल की तस्वीर

फोटो - 06, परिचय - पोहे गांव में जाती सिकंदरा पुलिस

सिकंदरा, निज प्रतिनिधि

सिकंदरा थाना क्षेत्र के पोहे गांव में गुरुवार की सुबह वर्चस्व को लेकर दो पक्षों बीच रोड़ेबाजी के साथ लगभग 20 से 25 राउंड फायरिंग होने की सूचना मिलने की सूचना है। फायरिंग के दौरान एक पक्ष के एक युवक के हाथ में गोली लगने की बात सामने आ रही है। फायरिंग की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को देखते ही सभी लोग गांव से बाहर खेत की ओर फरार हो गए। पोहे गांव में लगातार हो रहे दो पक्षों के बीच फायरिंग से गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है। जानकारी के मुताबिक पोहे गांव निवासी डीलर कपिल देव राम एवं नागेश्वर राम के बीच वर्षों से वर्चस्व को लेकर मारपीट एवं गोलीबारी का मामला सामने आता है। एक बार फिर वर्चस्व को लेकर दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी के साथ जमकर गोलीबारी की गई। वही कार्रवाई नहीं होने से दिन प्रतिदिन दोनों पक्षों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। जिसमें कपिल देव राम एवं नागेश्वर राम के विवाद में इसके सभी पुत्र की भूमिका देखी जाती है। वही सोशल मीडिया पर फायरिंग का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जाता है कि घर के पीछे खेत से दूसरे पक्ष के सात लोग में दो लोग के हाथ में हथियार एवं अन्य लोग अपने हाथ में लाठी लेकर चैलेंज कर रहा है। इस दौरान बीच-बीच में फायरिंग भी की जा रही है। वही पहले पक्ष के द्वारा छत के ऊपर से रोड़ेबाजी की जा रही है। वही मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह, अवर निरीक्षक भोला कुमार, सहायक अवर निरीक्षक उपेंद्र कुमार सिंह सहित दर्जनों जवानों के द्वारा पोहे गांव में छापेमारी की गई। वही मौके से पुलिस को देख सभी लोग फरार हो गए। बता दें कि 4 जून 2024 को भी दोनों पक्ष में जमकर मारपीट हुई थी जिसमें एक पक्ष से तीन लोग घायल हो गए थे। वहीं गुरुवार की गोलीबारी में कपिल देव राम के पुत्र चंदन कुमार घायल हो गया। जिसका इलाज सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करने के बाद चिकित्सकों ने जमुई सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सिकंदरा अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि युवक के हाथ में गोली लगने का निशान है। जिसे बेहतर इलाज के लिए जमुई भेजा गया है। वहीं पुलिस के हटते ही फिर से दोनों के बीच आधा दर्जन राउंड फायरिंग की गई। जिसकी सूचना पुन: मिलने पर सिकंदरा पुलिस के द्वारा पोहे गांव में छापेमारी शुरू कर दी गई है।

परमात्मा की शरण में जाना ही मानव जीवन की सार्थकता : पं. उद्धव दास

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परिचय - कथा वाचन करते पंडित आचार्य मानस पियुश उद्धव दास गर्ग एवं उपस्थित भक्त श्रद्धालु

झाझा, नगर संवाददाता

नारायण: पंकज लोचन: प्रभु, केयूर हारम पर शोभ मान:, भक्तया युतो येन सूपूजतो नहीं, व्रथा गतम तस्य नरस्य जीवनम, अर्थात हमारा मनुष्य बनना निरर्थक हो गया यदि हमने भगवान की कथा नहीं सुनी, भगवान की शरण में नहीं गए, भगवान के नाम का पूजन व्रत नहीं किया तो फिर मानव जीवन और पशु के जीवन में क्या अंतर रह गया। मानव जीवन प्राप्त करने की सार्थकता तभी है कि वह परमात्मा की शरण में चला जाए, तभी उसके जीवन में सुंदरता है अन्यथा उसका जीवन एवं मनुष्य बनना निरर्थक हो गया। उक्त कथन झाझा नगर के मुख्य बाजार में जारी सात दिवसीय श्री श्री 1008 श्रीमद् भागवत महापुराण संगीतमय कथा वाचन करते हुए मध्य प्रदेश से झाझा पधारे विद्वान पंडित आचार्य मानस पियुश उद्धव दास गर्ग ने कही। श्री दास ने श्रीमद् भागवत महापुराण की चर्चा करते हुए भगवान उद्धव के भक्ति रहित ज्ञान की चर्चा करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र एवं भगवान बृहस्पति के शिष्य उद्धव को यह विचार कर वृंदावन भेजा कि उद्धव वहां जाएंगे, गोपियों के भक्ति भाव को अनुभव करेंगे तो उनके अंदर भी भगवान के प्रति भक्ति भाव जागृत हो जाएगा और ज्ञानी होने का उनके अंदर व्याप्त दंभ भी खत्म हो जाएगा। उन्हें प्रेम भक्ति का बोध हो जाएगा और ज्ञान का अभिमान समाप्त हो जाएगा।कहा कि हमारे जीवन में भक्ति तो है परंतु ज्ञान मिश्रित भक्ति नहीं है। यदि भक्ति है और भक्ति में ज्ञान नहीं है तो वह भक्ति शून्यता की ओर जाती है। कटनी जिले के श्री भरभरा आश्रम के संत श्री श्री 1008 श्री बनवारी दास जी महाराज के विद्वान शिष्य पंडित श्री गर्ग ने कहा कि धर्म से बढ़कर कुछ नहीं, सत्य वचन से बढ़कर कुछ नहीं। कभी भी असत्य एवं अधर्म का मार्ग नहीं अपनाने का उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया। इस कार्यक्त्रम के दौरान पंडितों में अन्य के अलावे तेज प्रकाश गर्ग वेद प्रकाश गर्ग दिलिप गर्ग संदीप तिवारी के अलावा संगीतमय प्रस्तुति में उत्तम सिंह रिंकू एवं राजेश शामिल हुए। कार्यक्रम के समापन के उपरांत मंटू गुप्ता संटु गुप्ता प्रदीप साह श्रीमती वीणा देवी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

मात्र पांच प्लस टू शिक्षकों के भरोसे झाझा के बैजला प्लस टू स्कूल के 153 ईंटर के बच्चे बच्चियां

माध्यमिक स्तर पर हैं छ: शिक्षक

2014 में यह विद्यालय बना उच्च विद्यालय तथा 2020 में उत्क्रमित होकर बना प्लस टू विद्यालय

विद्यालय की भूमि का हो रहा समतलीकरण

विद्यालय को नहीं है अपनी अपनी चार दिवारी

इंटर स्तर पर संस्कृत रसायन शास्त्र प्राणी विज्ञान पौधा शास्त्र अंग्रेजी अर्थशास्त्र भूगोल गृह विज्ञान म्यूजिक के शिक्षक उपलब्ध नहीं

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परिचय - झाझा के सुदूर क्षेत्र में अवस्थित विभागीय उदासीनता की शिकार बनी अपग्रेडेड प्लस टू हाई स्कूल बैजला का दृश्य

झाझा, नगर संवाददाता

मात्र पांच प्लस टू शिक्षकों के भरोसे झाझा के बैजला प्लस टू स्कूल के ईंटर के 153 बच्चे बच्चियों का भविष्य निर्भर है। प्लस टू में स्तरोन्नत किए जाने के बाद भी इंटर स्तर पर शिक्षकों की भारी कमी व्याप्त है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक देवाशीष से प्राप्त जानकारी अनुसार, माध्यमिक स्तर पर छ: शिक्षक हैं। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी विद्यालय में इंटर स्तर पर संस्कृत रसायन शास्त्र प्राणी विज्ञान पौधा शास्त्र अंग्रेजी अर्थशास्त्र भूगोल गृह विज्ञान म्यूजिक के शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। विद्यालय की स्थापना के बाद के दस वर्षों तक विद्यालय में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के बच्चे मात्र दो शिक्षकों के भरोसे अपनी शिक्षा किसी प्रकार से खींचने को मजबूर थे। क्षेत्र के निवासियों एवं अभिभावकों का कहना है कि सरकार ने पंचायत के बाहर के विद्यालयों में इंटर में नामांकन के लिए प्रतिबंध लगा दिया है जबकि आज भी मेजर सब्जेक्ट्स में शिक्षक हैं ही नहीं। कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चों के लिए आज भी शिक्षकों की पर्याप्त संख्या में पदस्थापना नहीं हो पाना सरकार की ग्रासरूट लेवल पर गरीब ग्रामीण बच्चों को ईमानदारी के साथ गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध कराने का हवा हवाई नारा नजर आ रहा है ऐसा कहते हैं पंचायत के ग्रामीण। लोगों ने कहा कि कम शिक्षकों के भरोसे झाझा के अपग्रेडेड प्लस टू हाई स्कूल बैजला के बच्चे बच्चियों को शिक्षा विभाग ने छोड़ रखा है। सरकार की योजना के तहत झाझा के इस सुदूर अत्यंत पिछड़े एवं कभी लाल क्षेत्र के रूप में कुख्यात रहे एक नंबर सर्किल क्षेत्र बैजला पंचायत के बैजला एवं आसपास के गांवों के बच्चे बच्चियों को प्लस टू कक्षा तक की शिक्षा देने के सरकार के प्रयास को पंख नहीं लग पा रहा है। सरकार ने ईमानदारी पूर्वक विद्यालय तो खोल दिया, विद्यालय को अपग्रेड कर प्लस टू कर दिया, भवन भी बना दिया, उसके लिए आवश्यक उपस्कर आदि की भी आपूर्ति कर दी, परंतु सर्वाधिक मूलभूत आवश्यकता अपेक्षित संख्या में शिक्षक का पदस्थापन नहीं होना, मीटिंग हॉल का विद्यालय में नहीं होना, छात्र छात्राओं एवं क्षेत्र के अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वर्ष 2014 में बने उच्च विद्यालय में वर्ष 2015 में इस विद्यालय में दो माध्यमिक शिक्षकों का नियोजन हुआ था। तब से लेकर 2022 तक में यही दोनों शिक्षक बने हुए रहे। वर्तमान में नवमीं में 170, दसवीं कक्षा के 175 बच्चे बच्चियां तथा 11वीं 92 व 12वीं कक्षा के 61 बच्चे बच्चियों अर्थात कल 498 बच्चों का भविष्य टिका हुआ है। विद्यालय को अपनी चारदिवारी नहीं होने से भी विद्यालय के बच्चे बच्चियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल के बगल में 2 वर्षों से अधिक समय से नाला बनाए जाने हेतु जमीन को काट दिया गया है जो परेशानी का सबब बना हुआ है। स्कूल का जो खेल का मैदान है वहां कंकड़ी भूमि की घेराबंदी किए जाने की जरूरत है। काफी प्रयास के बाद विद्यालय की भूमि का समतलीकरण हो रहा है। स्कूल में एक भी चापाकल नहीं है। विद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर भी छात्र चिंतित नजर आ रहे हैं। ऐसे अनेकों छात्र-छात्राओं ने बताया कि स्कूल के मैदान में अतिक्रमण जारी है। फूस नुमा झोपड़ी आदि बनाकर भूमि का अतिक्रमण किया जा रहा है। इस दिशा में प्रशासन एवं विभाग से आवश्यक कार्यवाही की मांग की जा रही है। यहां के ग्रामीणों उपेंद्र यादव उर्फ गांधीजी वार्ड सचिव सुरेंद्र यादव सरपंच चंपक देवी वार्ड सदस्य पिंटू यादव वार्ड सदस्य सनोज तूरी वार्ड सचिव निवास बरनवाल लक्ष्मण यादव पंचायत के मुखिया प्रकाश पंडित आदि ने विद्यालय में शिक्षकों की कमी को पूरा किए जाने हेतु सरकार एवं विभाग से निवेदन किया है।

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