बच्चों के साथ शारीरिक और मानसिक हिंसा को रोकें
सिकंदरा । निज प्रतिनिधि सिकंदरा प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्र लछुआड़ में परिवार विकास/चाइल्ड फण्ड
सिकंदरा । निज प्रतिनिधि सिकंदरा प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्र लछुआड़ में परिवार विकास/चाइल्ड फण्ड इन्टरनेशनल के तत्वावधान में बाल संरक्षण समिति सशक्तिकरण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। समन्वयक फरीद अंसारी ने बताया कि बच्चे देश के भविष्य हैं। उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है। सुरक्षा के अभाव में अनेक घटनाऐं घटती रहती है। जिसको लेकर सरकार की ओर से भी बाल संरक्षण समिति का निर्माण किया गया है। तथा समय—समय पर संस्थान की ओर से भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता बैठक आयोजित किया जाता है। सबलबीघा पंचायत के मुखिया अंजनी कुमार ने बताया कि हम सभी लोगों का दायित्व बनता है कि समाज में बच्चों के साथ शारीरिक हिंसा, मानसिक एवं अपमानजनक हिंसा को रोकें। सभी गांव के वार्ड सदस्य अपने अपने गांव के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। बच्चे से गलती हो सकती है इसका ये मतलब नहीं कि बच्चों को कड़ा दंड दिया जाए। प्रेम पूर्वक समझा बुझाकर बच्चों में बदलाव लाया जा सकता है। पंकज कुमार ने बताया कि बच्चे नाजुक और कमजोर है, शारीरिक आर्थिक और और राजनीतिक रूप से समाज के सबसे कमजोर अंग हैं। बच्चे अपनी आवाज नहीं उठा सकते, बच्चे वोट नहीं दे सकते इसलिए कानूनविद और नीति बनाने वालों तक अपनी बात नहीं पहुंचा सकते। इसलिए व्यस्कों के लिए यह और ज्यादा आवश्यक हो जाता है कि उनकी आवाज बाल संरक्षण समिति तक पहुंचाएं। पंचायत स्तर, प्रखंड स्तर और जिला स्तर पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर आवाज उठा सकते हैं जानकारी दे सकते हैं जिससे कि बच्चों को सुरक्षा मिल सके और बच्चे भयमुक्त वातावरण में विकास कर सके। बाल व्यापार, बाल विवाह बाल श्रम से भी बच्चों को बचाने की जरूरत है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा का आदान—प्रदान किया गया। मौके पर विक्त्रम कुमार, अभिषेक कुमार, ध्रुव कुमार, रानी सिंह, सुरेंद्र पंडित, उप मुखिया सुमा देवी, वार्ड सदस्य चिंता देवी, वार्ड सदस्य राहुल कुमार, वार्ड सदस्य सुचित रविदास, गुड्डू वर्मा, सुरेन्द्र चौधरी, मीना देवी के अलावे दर्जनों लोग उपस्थित थे।
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