प्राथमिक विद्यालय दरहेटा का चापाकल खराब
रसोइया गांव से पानी ढोकर बनाती है एमडीएम, कुर्था प्रखंड क्षेत्र स्थित नदौरा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय दरहेटा के छात्र- छात्राओं को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
रसोइया गांव से पानी ढोकर बनाती है एमडीएम चापकल खराब रहने से शिक्षकों व छात्रों को होती है परेशानी कुर्था, एक संवाददाता। कुर्था प्रखंड क्षेत्र स्थित नदौरा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय दरहेटा के छात्र- छात्राओं को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। वहीं मध्याह्न भोजन बनाने के लिए रसोइया को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। दरअसल विद्यालय में एकमात्र हथिया चापाकल था, जिससे पानी का इंतजाम होता था। लेकिन, यह करीब तीन वर्ष से खराब है। रसोईया गांव से पानी लाकर मध्यान भोजन बनाती है। इस विद्यालय में पहली से पांचवीं कक्षा तक के 58 बच्चे नामांकित हैं। हालांकि बिजली रहने पर स्कूल में नल जल से पानी का इंतजाम हो जाता है। लेकिन बिजली गुल रहने कारण पीने तक के पानी की समस्या उत्पन्न हो जा रही है। इस संबंध में दरहेटा गांव निवासी संजय कुमार, गिरजेश कुमार, मंटु शर्मा,नरेन्द्र कुमार आदि ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा कई बार पीएचईडी अधिकारियों से लेकर प्रखंड एवं जिला के अधिकारियों को विद्यालय में चापाकल खराब होने की समस्या से अवगत कराया गया है। वहीं विद्यालय प्रबंधन द्वारा भी कई बार पीएचईडी, शिक्षा विभाग तथा प्रखंड कार्यालय में भी पत्राचार कर चापाकल मरम्मती की मांग की गई है। लेकिन विभागीय स्तर पर अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है। वहीं उन्होंने बताया कि चापाकल खराब होने के कारण बच्चों को पानी पीने के लिए स्कूल से गांव में जाना पड़ता है। विद्यालय का निरीक्षण करने के लिए अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक समय-समय पर आते हैं, लेकिन चापाकल बनवाने की दिशा में काम नहीं करते हैं। बच्चों को पानी के लिए तीन साल से यूंही भटकना पड़ रहा है। फोटो-06 जनवरी अरवल-11 कैप्शन- कुर्था प्रखंड के दरहेटा प्राथमिक विद्यालय में खराब पड़ा चापाकल।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।