जहानाबाद में शक्ति की उपासना में डूबे हैं मां के भक्त
जहानाबाद जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शक्ति की उपासना की जा रही है। सुबह से ही वैदिक मंत्रोच्चारण की आवाज गूंज रही है। मां की पूजा से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है। जिले के प्रमुख देवी...
जहानाबाद जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शक्ति की उपासना की जा रही है। सुबह से ही वैदिक मंत्रोच्चारण की आवाज गूंज रही है। मां की पूजा से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है। जिले के प्रमुख देवी मंदिरों में पुरोहित और यजमान आस्था के साथ धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में जुटे हैं। मंदिरों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगी है। कोरोना को देखते हुए पूरी सावधानी बरती जा रही है। नवरात्र के चौथे दिन देवी मंदिरों, और घरों में मां कुष्मांडा की पूजा की गई।
आचार्य ओमप्रकाश पांडेय ने बताया कि दुर्गा पुरान के अनुसार नवरात्र के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा का विशेष महत्व है। मां की आठ भुजाएं हैं। इन्हें अष्टभूजि भी कही जाती है। इनके सात हाथों में कमंडल, धनुष-वाण, कमल पुष्प, अमृत कलश, चक्र और गदा शामिल हैं। जबकि आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जप माला है। इनकी वाहन सिंह है। इनके शरीर की क्रांति और प्रभा सूर्य के समान है। पूरे ब्रह्मांड में इनकी तेज व्याप्त है। जो लोग सच्चे मन से मां कुष्मांडा की पूजा करते हैं। उनके घर में भय नहीं आता है। सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
वहीं कई घरों में कोरोना को लेकर किए गए लॉकडाउन को लेकर सुदंर कांड का पाठ किया जा रहा है। श्याम नगर मोहल्ला निवासी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि कोरोना से बचाव को लेकर घरों में ही रह रहें है। परिजनों के बीच घरों में दूरी बनाकर सुंदर कांड का पाठ कर रहे है। भगवान से कोराना को देश से मुक्त करने के लिए प्रार्थना की जा रही है।
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