भारत-पाक तनाव के बीच बिहार में सुरक्षा सख्त, नीतीश की हाई लेवल बैठक, छुट्टियां रद्द
ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक तनाव के बीच बिहार में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को हाई लेवल बैठक की। पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक पदाधिकरियों एवं कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। नीतीश पूर्णिया जाकर सीमांचल के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी करेंगे।
आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि और भारत-पाकिस्तान में उपजे तनाव के बीच बिहार में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। सभी प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमावर्ती जिलों में कड़े सुरक्षा प्रबंध और सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने गुरुवार को एक हाई लेवल मीटिंग की। इसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, राज्य के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा और डीजीपी विनय कुमार समेत अन्य आलाधिकारी मौजूद रहे।
इस बैठक में सीएम नीतीश ने ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में हर संदिग्ध व्यक्ति और वस्तु पर कड़ी नजर रखने को कहा है। खासकर बिहार के सीमावर्ती जिलों में तमाम एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री खुद 10 मई को पूर्णिया में राज्य के सीमावर्ती जिलों के वरीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा करेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक ने सीएम को बताया कि सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों व कर्मियों एवं आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों तथा कर्मियों की छट्टियां रद्द कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग एवं कानून व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मियों को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है।
सीएम नीतीश की इस उच्चस्तरीय बैठक के बाद सामान्य प्रशासन और पुलिस मुख्यालय ने अलग-अलग आदेश जारी कर 8 मई से अगले आदेश तक के लिए छुट्टियां रद्द करने की अधिसूचना भी जारी कर दी।
बिहार की 729 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेष चौकसी
भारत-पाकिस्तान के बीच गहरे तनाव की स्थिति को देखते हुए बिहार से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। राज्य की करीब 729 किलोमीटर लंबी सीमा नेपाल के साथ लगती है। इसके साथ पश्चिम बंगाल होकर बांग्लादेश की सीमा भी बिहार को छूती है।
ऐसे में अंतरराष्ट्रीय सीमाएं साझा करने वाले राज्य के सात जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज के बॉर्डर इलाकों में गश्त बढ़ा दी गयी है। सीमा क्षेत्र के साथ ही इसके आस-पास 10 से 12 किमी के दायरे में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। संदिग्धों से पूछताछ हो रही है।
इसी कड़ी में बुधवार को मोतिहारी स्थित नेपाल बॉर्डर से चीन के हुनान प्रांत निवासी चार चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई थी। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए विशेष शाखा और खुफिया एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही हैं। सभी थानों को होटल, लॉज, धर्मशालाओं, मुसाफिरखानों व अन्य ठहरने के स्थानों की नियमित जांच करने के साथ ही उनके लिए चेकिंग रजिस्टर मेंटेन करने के निर्देश दिए गए हैं।
आईजी, डीआईजी, एसपी से नियमित रिपोर्ट ले रहे डीजीपी
नेपाल और बांग्लादेश से सटे जिलों की सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था की नियमित स्तर पर पुलिस मुख्यालय स्तर पर समीक्षा हो रही है। डीजीपी विनय कुमार खुद इन जिलों से जुड़े आईजी, डीआईजी और एसपी से दैनिक रिपोर्ट ले रहे हैं। इन अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पूर्व में भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सक्रिय होने के प्रमाण मिलते रहे हैं।
ऐसे में बिहार पुलिस की विशेष शाखा भी सीमा क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रख रही है। उनसे मिले इनपुट के आधार पर स्थानीय पुलिस अभियान चला रही है। चूंकि नेपाल की खुली सीमाओं पर सामान्य आवाजाही होती है। इसलिए स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) को चेक पोस्ट बना कर आने वाले व्यक्तियों और वाहनों की जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये हैं। आकस्मिक जांच की भी आवश्यकता जताई गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की हो रही निगरानी
पुलिस मुख्यालय के स्तर पर जारी अलर्ट की नियमित अंतराल पर समीक्षा हो रही है। इसके मुताबिक संवेदनशील क्षेत्रों व प्रतिष्ठानों की निगरानी बढ़ा दी गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। डीएम-एसपी को तत्काल अफवाहों का खंडन करने का निर्देश मिला है। शहरी क्षेत्रों में पुलिस गश्त के साथ सादे वेश में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती हो रही है।