ऑपरेशन सिंदूर के बाद नेपाल बॉर्डर पर भी हाई अलर्ट, एसएसबी जवानों की छुट्टियां रद्द
भारत-पाक तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भी हाई अलर्ट है। सीमा सुरक्षा बल ने चौकसी बढ़ा दी है। भारतीय जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव और भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद नेपाल बॉर्डर पर भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। भारत और नेपाल की सीमा पर आने जाने वाले हर गाड़ी की सघन तलाशी ली जा रही है। बिना वैध आईडी कार्ड के किसी भी व्यक्ति को नेपाल की ओर से भारत में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के जवानों की छुट्टियां रदद् कर दी गई है। बॉर्डर वाले इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती है। संदिग्धों की तलाशी के लिए मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वॉयड की मदद ली जा रही है।
बिहार के कई जिले नेपाल के साथ खुला बॉर्डर साझा करते हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पिछले महीने हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। मंगलवार रात को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इसका असर नेपाल सीमा पर भी देखा जा रहा है।
भारत-नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा में भी आतंकियों के संभावित हमलों को लेकर सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और तेज कर दी गई है। सुपौल जिले के भारत से सटने वाले नेपाल के सभी क्षेत्रों में एसएसबी हाई अलर्ट पर है। सीमा चौकियों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। नेपाल से आने और जाने वाले प्रत्येक व्यक्तियों और उनके सामानों के साथ-साथ सघन तालाशी जारी है।
मंगलवार की देर रात्रि भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर करारा हमला किया है जिसके बाद से सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी और बढ़ा दी गई है। बुधवार को सुपौल जिले से नेपाल जाने वाले एकमात्र अधिकृत मार्ग भीमनगर में एसएसबी भीमनगर बीओपी पर पदाधिकारियों और जवानों की चौकसी तेज देखी गई है। फोर व्हीलर गाड़ियों के बोनट और डिग्गी की तालाशी करने के बाद ही जाने दिया जा रहा है। लोगों से उनकी पहचान करने के बाद ही आने-जाने की अनुमति दी रही है।
तीसरे देश के नागरिक का प्रवेश नहीं
एसएसबी 45वीं बटालियन के कमाडेंट गौरव सिंह ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच वर्तमान स्थिति को देखते हुए जवानों की छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। ज्यादा से ज्यादा जवानों को सीमा पर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि एसएसबी हमेशा से अलर्ट होकर कार्य करती है, क्योंकि हम भारत और नेपाल की खुली सीमा पर कार्य करते हैं। फिलहाल हालात असमान्य हैं। ऐसे में रात-दिन पेट्रोलिंग और नाका लगाकर सभी रास्तों पर ज्यादा से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है।
उन्होंने बताया कि इस समय भारत और नेपाल के अलावा किसी तीसरे देश के नागरिकों का हमारी सीमा में प्रवेश ना हो, इस बात को लेकर काफी सख्ती बरती जा रही है। जो जवान छुट्टी पर थे, उन्हें वापस बुलाया जा रहा है। हेडक्वार्टर से सभी ज्यादा से ज्यादा जवानों को सीमा पर तैनात कर दिया गया है।
बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के सहायक उप निरीक्षक राम लाल ने बताया कि जैसा कि अभी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा है तो ऐसे में पूरा देश हाई अलर्ट पर है। कमाडेंट के निर्देशानुसार हम लोगों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। हम 24 घंटे चेक पोस्ट पर तैनात हैं। जहां भी नाके लगाए गए हैं, वहां भी जवान अलर्ट मोड पर हैं।
वहीं, नेपाल जा रहे राहुल कुमार ने बताया कि इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी के जवान हमारी सुरक्षा के लिए ही हैं। आतंकियों ने जो जघन्य कृत्य किया, उसके लिए पूरे भारत में आक्रोश है। नेपाल के रास्ते किसी प्रकार की आतंकी गतिविधि ना हो इसके लिए एसएसबी की तैनाती और ड्यूटी होनी चाहिए। यहां सघन जांच की जा रही है जिससे हम लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।