वारंट जारी हुआ है तो पहले अडानी को अरेस्ट करो; राहुल गांधी की मांग को लालू यादव का समर्थन
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को गिरफ्तार करना चाहिए।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने उद्योगपति गौतम अडानी को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वह सही कह रहे हैं। वारंट जारी हुआ है तो पहले अडानी को गिरफ्तार करना चाहिए। बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि यह स्पष्ट हो गया है, अडानी ने अमेरिका और भारत के कानूनों का उल्लंघन किया है।
इससे पहले, 21 नवंबर को विपक्षी दलों ने अडानी समूह की कंपनी पर कथित रिश्वतखोरी के आरोपों की जेपीसी जांच की मांग की थी और इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला भी किया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मामले पर कहा कि कानून अपना काम करेगा। भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हमले की आलोचना की।
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी समूह के विदेश में निवेश सहित मामले की व्यापक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि जब भारत के किसी शीर्ष कारोबारी पर बाहरी देश द्वारा अभियोग लगाया जाता है, तो इससे वैश्विक स्तर पर हमारे देश की छवि खराब होती है। कांग्रेस लगातार अनैतिक व्यावसायिक प्रथाओं पर आपत्ति जताती रही है। उन्होंने आरोप लगाया मोदी सरकार की नीति कुछ लोगों को अमीर बनाने की है। इसके जरिए चंद कारोबारियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अडानी को प्रश्रय दे रही है। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप द्वारा सौर बिजली अनुबंध पाने के लिए 2200 करोड़ रिश्वत देने के मामले में गौतम अदाणी को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कोर्ट द्वारा अदाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने से देश की छवि पूरे विश्व में धूमिल हुई है। 2020-2024 तक कांग्रेस पार्टी द्वारा गड़बड़ी का मामला उठाया जा रहा है। अमेरिकी जांच में कांग्रेस का आरोप सही साबित हुआ कि गलत तरीके से ठेके लेने की कोशिश विभिन्न भारतीय राज्यों में की गई।
बता दें कि अमेरिका की एक अदालत में गौतम अडानी और उनके भतीजे समेत कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं। हालांकि, अडानी समूह ने इन सभी आरोपों से इनकार करते हुए, इन्हें निराधार बताया है। जानकारों के अनुसार यह मामला अमेरिका में चल रहा है। ऐसे में अडानी की भारत में सीधे गिरफ्तारी संभव नहीं है। भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के नियमों के अनुसार गिरफ्तारी हो सकती है।