किसी के खिलाफ नहीं, अपने को जोड़ने के लिए है हिन्दू स्वाभिमान यात्रा; भागलपुर में बोले स्वामी दीपांकर
स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि हमारी यह हिंदू स्वाभिमान यात्रा किसी के विरोध में नहीं है। हमारी यह यात्रा अपने लोगों को जोड़ने के लिए निकाली गयी है। हमारे बीच बिखराव नही हो यही इस यात्रा का उद्येश्य है। उन्होंने कहा कि आज भारत में जगह-जगह लव जिहाद की घटनाएं हो रही हैं
मोदी सरकार के कपड़ा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी फायर ब्रांड हिंदूवादी नेता सांसद गिरिराज सिंह चार दिवसीय हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर हैं। शुक्रवार को बिहार के भागलपुर से उन्होंने अपनी इस यात्रा की शुरुआत की। भागलपुर के बाबा बूढ़ानाथ मंदिर में पूजा और हवन के साथ गिरिराज सिंह ने अपनी अपनी हिंदू स्वाभिमान यात्रा प्रारंभ किया इस यात्रा में गिरिराज सिंह के साथ स्वामी दीपांकर महाराज भी मौजूद हैं। शोभायात्रा के बाद भागलपुर जिला स्कूल मैदान में सभा का आयोजन किया गया जिसे गिरिराज सिंह के साथ दीपांकर महाराज ने भी संबोधित किया।
सभा के मंच से संबोधित करते हुए स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि हमारी यह हिंदू स्वाभिमान यात्रा किसी के विरोध में नहीं है जैसा कि प्रचारित किया जा रहा है। हमारी यह यात्रा अपने लोगों को जोड़ने के लिए निकाली गयी है। हमारे बीच बिखराव नही हो यही इस यात्रा का उद्येश्य है। उन्होंने कहा कि आज भारत में हर जगह लव जिहाद की घटनाएं हो रही हैं। यह गलत है। इस पर रोक लगाना जरूरी है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के बहराइच की घटना का भी जिक्र किया। कहा कि बहराइच में रामगोपाल को मार दिया गया पर किसी ने कुछ नहीं बोला। उधर विरोधियों के पैर में गोली लगी तो बड़ी राजनीति हो गई। उन्होंने 1989 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भागलपुर में 1989 का उदाहरण देता हूं जो अपने धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि जो खाते हैं उसमें ध्यान दीजिए क्योंक आजकल खाने में थूंका का रहा है।
गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा का यह पहला चरण है जो शुक्रवार(18 अक्टूबर) को शुरू हुई। यह यात्रा सीमांचल के जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया होते हुए किशनगंज तक जाएगी। पहले चरण की यह यात्रा 22 अक्टूबर को किशनगंज में समाप्त हो जाएगी। गिरिराज सिंह ने इसे अपनी निजी धर्म यात्रा बयाता है। कहा है कि वे यात्रा के जरिए हिंदू स्वाभिमान और हिंदू जनता का जागृत करना चाहते हैं। इसका बीजेपी, जेडीयू या एनडीए से कुछ लेना देना नहीं है। हालांकि गिरिराज सिंह की यात्रा पर जमकर राजनीति हुई। विपक्षी आरजेडी के साथ साथ सहयोगी जेडीयू की ओर से भी सवाल उठाए गए। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसे गिरिराज सिंह की निजी यात्रा करार देते हुए किनारा कर लिया तो हरिभूषण ठाकुर बचौल जैसे कई बीजेपी नेता खुलकर समर्थन में उतरे। जेडीयू ने यात्रा का विरोध किया। तमाम विरोध और समर्थन के बीच उनकी यात्रा शुक्रवार को आरंभ हो गई।