घर के तहखाने से निकला ड्रग्स और हथियारों का जखीरा, सासाराम से करोड़ों की हेरोइन बरामद
सासाराम में 90 के दशक के कुख्तात तस्कर गुलाटी कहार के घर पर छापेमारी में करोड़ों के ड्रग्स और हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस ने 11 लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
बिहार के सासाराम के मुबारकगंज मोहल्ले में घर के अंदर तहखाना बनाकर हथियार-गोली एवं मादक पदार्थों की तस्करी का पुलिस ने भंडाफोड़ की है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने हथियार-गोली, करोड़ों रुपये मूल्य की हेरोइन, लैपटॉप, मोबाइल व 1.31 लाख नकद जब्त किया है। वहीं अवैध धंधे में शामिल 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना पर शुक्रवार देर रात करीब दो बजे एसपी रौशन कुमार ने बी सैप, एसटीएफ और कई थानों की पुलिस के साथ मुबारकगंज में हेरोइन तस्कर रहे गुलाटी कहार के आवास पर छापेमारी की।
छापेमारी में करीब 1.88 किलोग्राम हेरोइन, एक कट्टा, एक देसी पिस्टल, दो मैगजीन, 39 जिंदा कारतूस, दो देसी बंदूक, एक तलवार, एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक तराजू, तीन क्रेडिट कार्ड, तीन एटीएम, तीन पैन कार्ड, 19 एंड्रायड समेत 22 फोन, एक लैपटॉप, टैब आदि बरामद हुआ है। पुलिस ने गुलाटी के बेटे विकास कुमार और अनुराग राज, चेनारी थाना क्षेत्र के पिठियांव निवासी अल्तमस उर्फ जैद अली, मुबारकगंज निवासी रोहन कुमार, धीरज कुमार, रंजीत कुमार, अतीक कुमार, कुंदन कुमार, गांधी कुमार के अलावे करनसराय के यश कुमार व एक किशोर को गिरफ्तार किया है। छापेमारी सुबह 9.30 बजे तक चली। गिरफ्तार 10 लोगों को न्यायिक हिरासत और किशोर को बाल सुधार गृह में भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि 90 के दशक में हेरोइन तस्कर गुलाटी की तूती बोलती थी। हालांकि बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी। एसपी रौशन कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि नगर थाना क्षेत्र के मुबारकगंज मोहल्ले में संगठित गिरोह द्वारा अपराध करने की योजना बनायी जा रही है। जहां से नशे का व्यापार, चोरी की बाइक, मोबाइल, हथियार, कारतूस की बिक्री की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान अवैध कारोबार में संलिप्त 11 लोगों को पकड़ा गया है।
भारी पुलिस बल के साथ शुरू किया गया सर्च अभियान
सर्च अभियान शुरू करने से पहले रणनीति के तहत भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। गलियों व चौराहे पर निगरानी के लिए जवान तैनात किए गए। जानकारी के अनुसार, सुबह करीब दो बजे ही पुलिस को छापेमारी के लिए सक्रिय किया गया। रणनीति के तहत पुलिस पदाधिकारी के आलावे बी सैप व एसटीएफ टीम के साथ कई थानों के जवान वाहन से कादिरगंज पहुंचे। बज्र वाहन की भी तैनाती थी। रणनीति के तहत हर टुकड़ियों को मोहल्ले में बारी-बारी से भेजा गया। सभी रास्ते की घेराबंदी करते हुए पुलिस पदाधिकारी छापेमारी करने वाले घर के पास पहुंचे। दरवाजे खुलवाने का प्रयास किया गया। लेकिन, किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद पुलिस सीढ़ी के सहारे घर के अंदर दाखिल हुई। सुबह करीब चार बजे घर के अंदर घुसकर पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया।
तहखाने में छुपाया गया था मादक पदार्थ
सर्च अभियान में जुटी पुलिस को घर में मौजूद तहखाने की जानकारी थी। लेकिन, अभियान के शुरुआती समय में उन्हें तहखाने का पता नहीं चला। सर्च व पूछताछ के बाद जब तहखाने तक पुलिस पहुंची तो मादक पदार्थ बरामद हुआ। बताया जाता है कि कार्रवाई के पहले करीब दो घंटे का समय पुलिस को घर का स्ट्रक्चर समझने में लगा। पुलिस ने सावधानी पूर्वक घर के हर कोने की छानबीन की। असली सफलता पुलिस को घर में बने तहखाने तक पहुंचने के बाद मिली। एसपी ने बताया कि घर में करीब 40 कमरे हैं। घर से निकलने के कई रास्ते हैं। कमरों में बने तहखाने की जांच में कई अवैध सामान बरामद हुए।
बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ तक फैला है गिरोह का नेटवर्क
संगठित आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ करने के बाद पुलिस ने अवैध कारोबार में संलिप्त अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है। पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। सूत्रों की मानें तो गिरोह का नेटवर्क पूरे बिहार के अलावा बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में फैला है। पुलिस को गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। वहीं, गिरफ्तार लोगों के अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। कई लोगों के पूर्व के आपराधिक इतिहास मिले हैं।
गिरोह का मास्टरमाइंड है रोहन
शहर की घनी बस्ती मुबारकगंज मोहल्ले से संगठित आपराधिक गिरोह का संचालन करने वाला मास्टरमाइंड को भी पुलिस ने कार्रवाई के दौरान दबोचा। गिरोह का मास्टरमाइंड रोहन कुमार बताया जा रहा है। मास्टरमाइंड के गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। साथ ही संगठित अपराध के गिरोह के खात्मे को लेकर रणनीति के तहत काम शुरू कर दी है। मास्टरमाइंड रोहन से पूछताछ में पुलिस को गिरोह के साथ कारोबार में जुड़े लोगों की भी जानकारी मिली है।