खुशखबरी! बिहार में 20 हजार से ज्यादा नर्सों की होगी बहाली, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया ऐलान
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर नर्सों की भर्ती का ऐलान किया। इस अवसर पर उन्होंने नर्सिंग में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभिन्न जिलों से चयनित 114 नर्सों को बिहार स्टेट फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया।

बिहार में जल्द 22089 नर्सों की बहाली होगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को कहा कि परिचारिका श्रेणी (ग्रेड ए नर्स, जीएनएम) की 11,389 रिक्त पदों पर बहाली के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग ने विज्ञापन प्रकाशित कर दिया है। उन्होंने कहा कि 10 हजार 700 नर्सों की नियुक्ति प्रक्रिया भी पूर्ण है, जो अभी किसी तकनीकी कारणों से लंबित है। इनकी बहाली भी कर ली जाएगी। इस तरह 22089 पदों पर नर्सों की बहाली होगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर अधिवेशन भवन सभागार में आयोजित समारोह में ये बातें कहीं। इस अवसर पर उन्होंने नर्सिंग में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभिन्न जिलों से चयनित 114 नर्सों को बिहार स्टेट फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया। मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में भी सीएम नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में भर्ती की प्रक्रिया सतत जारी है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि बिहार सरकार नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मिशन उन्नयन से हम न केवल नर्सिंग शिक्षा को वैश्विक मानकों तक ले जाएंगे, बल्कि बिहार को ‘ब्रांड बिहार’ के रूप में स्थापित करेंगे। नर्सिंग पेशेवर हमारे स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ हैं और उनके कौशल को सशक्त करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है।
मंगल पांडेय ने कहा कि जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तब हमारे नर्सों ने अग्रिम पंक्ति में रहकर रोगियों की सेवा की। उन्होंने न केवल स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को सशक्त बनाए रखा, बल्कि असंख्य लोगों के जीवन की रक्षा भी की। श्री पाण्डेय ने कहा कि हर वर्ष नाइटिंगेल की जयंती पर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। यह दिवस समाज में नर्सों की अमूल्य भूमिका और सेवाओं को सम्मान देने का अवसर है। इस वर्ष का थीम ‘हमारी नर्से, हमारा भविष्य’ है। यह थीम नर्सों की स्वास्थ्य सेवा में महत्त्वपूर्ण भूमिका के साथ उनकी सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को भी रेखांकित करती है।
उन्होंने कहा कि नर्सें न केवल रोगियों को चिकित्सा देखभाल प्रदान करती हैं, बल्कि स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए एक सशक्त आर्थिक आधार भी बनती हैं। हमारा विश्वास है कि बिहार की नर्सिंग सेवाएं जल्द ही विश्वस्तरीय होंगी और हमारे नर्सिंग पेशेवर अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरेंगे। इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा और इस मिशन को सफल बनाना होगा। मौके पर स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार, अपर सचिव डॉ आदित्य प्रकाश, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत आदि उपस्थित थे।