सरकारी और निजी अस्पतालों में मौसमी रोगियों की संख्या बढ़ी
महुआ में मौसमी रोगियों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिसमें 30 फीसदी मरीज मौसमी बीमारियों से ग्रसित हैं। खांसी, सर्दी, बुखार, सिरदर्द और मिचली जैसी समस्याएं आम हैं। अनुमंडल अस्पताल में दवाएं उपलब्ध...
महुआ, एक संवाददाता सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में मौसमी रोगियों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। इस समय 30 फीसदी मरीज मौसमी बीमारी से ग्रसित हैं। शुक्रवार को अनुमंडल अस्पताल, पीएससी और निजी अस्पतालों में मौसमी रोगियों की संख्या अधिक मिली। रोगों में खांसी, सर्दी, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, मिचली, कब्जियत की समस्या वाले मरीज अधिक आए। अनुमंडल अस्पताल और पीएसी में बताया गया कि मौसम जनित रोगियों के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। अनुमंडल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। एक्स-रे और गर्भवतियों का अल्ट्रासाउंड किया जाता है। इधर, डॉ महेश चौधरी और डॉ केसी विद्यार्थी ने बताया कि मौसम में एकाएक आए नमी और उतार-चढ़ाव के कारण लोग बीमर पड़ रहे हैं। महुआ - 01 - महुआ अनुमंडल अस्पताल में शुक्रवार को आउटडोर में इलाज के लिए पहुंचे मरीज।
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