संकष्ठी चतुर्थी पर व्रतियों ने की भगवान गणेश की अराधना
पूजा बाद शिव मंदिरों में व्रती महिलाओं ने तिल से बना प्रसाद किया अर्पितभाग्य की कामना की। पंचदेवरी के बाबा बंबइनाथ महादेव मंदिर बनकटिया, राम-जानकी शिव मंदिर भृंगीचक, हरिश्वर महादेव शिव मंदिर जमुनहां,...
पंचदेवरी, एक संवाददाता। जिले में शुक्रवार को संकष्टी चतुर्थी पर महिलाओं ने दिनभर निर्जला व्रत रख भगवान गणेश से सुख एवं सौभाग्य की कामना की। पंचदेवरी के बाबा बंबइनाथ महादेव मंदिर बनकटिया, राम-जानकी शिव मंदिर भृंगीचक, हरिश्वर महादेव शिव मंदिर जमुनहां, फटेश्वरनाथ महादेव मंदिर सिकटिया, पाटलेश्वर महादेव शिव मंदिर सहित कई अन्य शिवालयों में संकष्टी चतुर्थी व्रत की कथा का आयोजन हुआ। जहां आसपास की व्रती महिलाओं भगवान गणेश के साथ शिव शंकर और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर दूर्वा, तिल और गुड़ अर्पित कर व काले तिल का बना प्रसाद समर्पित की। शिव मंदिरों में विशेष आरती का आयोजन किया गया । देर शाम व्रती महिलाएं पूजा-अर्चना के बाद चंद्रमा का दर्शन और अर्घ्य अर्पित कर अपने बच्चों के जीवन की लंबी आयु के लिए कामना की। आचार्य पं. आशुतोष मिश्रा ने बताया कि यह पर्व हिंदू धर्म मे खास माना जाता है। इस पर्व को खासतौर पर माताएं अपने संतान की लंबी उम्र, तरक्की और सुख-शांति के लिए रखती है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। मान्यता है कि सच्चे मन से यह व्रत करने से जीवन के सारे संकट दूर होते हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है। आचार्य ने बताया कि इस व्रत का विशेष महत्व बताया गया है।
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