शहर की 71 विकास योजनाओं का जल्द होगा टेंडर
-कुछ वार्डों के लिए ज्यादा योजनाएं चयनित होने का हो रहा विरोध शुरू होने की उम्मीद है। 28 वार्ड के नगर परिषद इलाके में करीब 200 नाली व गलियां या तो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है या फिर कच्ची हैं। जिससे...
-कुछ वार्डों के लिए ज्यादा योजनाएं चयनित होने का हो रहा विरोध - योजनाएं पूरी होने से मोहल्ले में पानी की हो सकेगी निकासी इंफो 4 करोड़ पचास लाख की राशि योजनाओं पर होगी खर्च 28 वार्ड हैं गोपालगंज नगर परिषद के इलाके में गोपालगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। गोपालगंज शहर के विकास को लेकर नगर परिषद की 71 नाली गली की योजनाएं जल्द शुरू होने की उम्मीद है। 28 वार्ड के नगर परिषद इलाके में करीब 200 नाली व गलियां या तो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है या फिर कच्ची हैं। जिससे मोहल्लों में कीचड़ व पानी जमा हो रहा है। गंदगी फैल रही है। इन कच्ची व जीर्णशीर्ण नाली व गलियों में से 71 के पक्कीकरण के लिए प्रशासनिक व तकनीकी स्वीकृति के बाद अब टेंडर की प्रक्रिया होनी है। इन योजनाओं पर करीब 4.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इन योजनाओं के लिए राशि भी उपलब्ध है। जिन योजनाओं का प्राक्कलन तैयार किया गया है,उनमें कई वार्ड ऐसे हैं,जिसकी हिस्सेदारी से अधिक का प्राक्कलन है। इसे लेकर नगर परिषद के अंदरखाने में गतिरोध है। हालांकि मुख्य पार्षद जल्द टेंडर की प्रक्रिा संपन्न करने की बात कह रहे हैं। ऐसे में चयनित 71 योजनाओं में कुछ योजनाओं को छोड़ने की बात बताई जा रही है। राशि के अभाव डीपीआर तक सिमट गई योजनाएं राशि और जमीन के अभाव में नगर परिषद की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं डीपीआर से आगे नहीं बढ़ सकी। डीपीआर का सिलसिला 2014 से जारी है। वर्ष 2014 में दलित बस्ती की कायाकल्प करने और शहर से पानी के निकासी के लिए 14.5 करोड़ का डीपीआर बना था। वर्ष 2016 में बड़ी बाजार को हाइटेक करने के लिए सर्वे हुआ और 3.5 करोड़ रुपये का डीपीआर तैयार हुआ। उसी साल राजेंद्र बस स्टैंड को मेगा सिटी की बस स्टैंड की तरह बनाने के लिए 3.27 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार हुआ। वर्ष 2018 में बस स्टैंड और बड़ी बाजार को लेकर पुन: री-डीपीआर के दिल्ली की टीम सर्वे की। शहर को जाम और जलजमाव से मुक्ति दिलाने के सितंबर 2018 में शहर से गुजरने वाली खाड़ पर एलिवेटेड सड़क बनाने के लिए सर्वे कर नगर परिषद की ओर से डीपीआर बना। इस योजना पर 17 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान था। खाड़ के ऊपर बनने वाली नई सड़क जंगलिया से शुरू होकर सबनम होटल होते हुए हरखुआं चीनी मिल तक पहुंचती। लेकिन यह भी योजना आज तक राशि और टेंडर की बाट जोह रही है। जमीन के अभाव में शहर में कचरा डंपिंग और प्रबंधन, पार्क, पार्किंग, शौचालय और भूमिहीनों को अवास देने की योजना लटकी है। शहर की विकास के लिए मुख्य पार्षद ने मुख्यमंत्री से की मांग प्रगति यात्रा के दौरान 4 जनवरी को गोपालगंज में मुख्यमंत्री की समीक्षात्मक बैठक में नगर परिषद गोपालगंज के मुख्य पार्षद हरेंद्र कुमार चौधरी ने शहर की विकास को लेकर कई योजनाओं की मांग की। जिसमें बंजारी के पास एनएच 27 से होकर जंगलिया होकर राजेंद्र नगर होते हुए दरगाह होकर नदी तक जाने वाली खाड़ में आरसीसी ड्रेनेज एवं पीसीसी पथ के निर्माण, शहर से वर्षा के पानी के निकासी के लिए शहर के सभी प्रमुख पथ के किनारे आरसीसी नाला का निर्माण, कच्चे फुटपाथ पर पेवर्स ब्लॉक लगाने, वीएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान का उन्नयन कार्य करने तथा चहारदीवारी का पुनर्निर्माण करने एवं छाड़ी नदी के किनारे संपर्क पथ का निर्माण कराने की मांगें शामिल हैं। वर्जन शहर में करीब 200 नाली व गलियों को पक्कीकरण की जरूरत है। जिसमें 71 नाली व गलियों का प्राक्कलन तैयार है। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी। इस को को इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है। इसके अलावा अन्य बड़ी योजनाओं के लिए विभाग और मुख्यमंत्री से भी राशि की मांग की गई है। राशि मिलने पर उन योजनाओं को पूरा कराया जायगा। हरेंद्र कुमार चौधरी, मुख्य पार्षद, नप, गोपालगंज - 71 नाली गली के पक्कीकरण को लेकर नगर परिषद प्राक्कलन तैयार किया है, जिस पर 4.5 करोड़ खर्च आने का अनुमान - 200 नाली व गली शहर में जीर्णशीर्ण व कच्ची अवस्था में हैं इंफो - 2014 से एक दर्जन योजनाओं का डीपीआर नगर परिषद ने तैयार किया, लेकिन राशि व जमीन की अभाव में नहीं हुआ काम
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