जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में दिव्यांग बच्चे होंगे शामिल
मांझागढ़, एक संवाददाता।तीरंदाजी, बास्केटबॉल, रग्बी फुटबॉल, क्रिकेट, टेबल टेनिस, व्हील चेयर, सीटिंग वालीबॉल आदि खेलों का प्रतियोगिता शुरू हो रही है। जिसमें जिले के सभी विद्यालयों में नामांकित 10 से 18...
मांझागढ़, एक संवाददाता। जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकित 10 से 18 उम्र के दिव्यांग बच्चों को जिला में आयोजित होने वाली जिलास्तरीय खेल प्रतियोगिता में शामिल करने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी बीईओ को निर्देश दिया है। विदित हो कि आगामी 27 जनवरी से गोपालगंज मिंज स्टेडियम में जिलास्तरीय खेल यथा एथलेटिक्स, पावर लिफ्टिंग, तीरंदाजी, बास्केटबॉल, रग्बी फुटबॉल, क्रिकेट, टेबल टेनिस, व्हील चेयर, सीटिंग वालीबॉल आदि खेलों का प्रतियोगिता शुरू हो रही है। जिसमें जिले के सभी विद्यालयों में नामांकित 10 से 18 उम्र के दिव्यांग बच्चों को भी शामिल करना है। जिसको लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान ने सभी बीईओ को निर्देश दिया है। पानी में भी नहीं गल रही तस्करी कर लाई गई यूरिया - किसान फसल में यूरिया देने को हो रहे है मजबूर - कुचायकोट में 47 सरकारी लाइसेंस धारी दुकान है संचालित - दुकानों पर सरकारी दर पर नहीं मिल रही यूरिया खाद- कुचायकोट, एक संवाददाता । खेत में लगी फसल में जब किसानों को यूरिया डालने की बारी आई तो दुकानों से यूरिया गायब हो गई है। यूरिया खाद नहीं मिलने से किसानों के बीच हाहाकार मची है। समय निकलने के बाद बाजार में सरकारी दर पर यूरिया खाद आने से किसानों को फायदा नहीं होने वाला है। किसान अपनी फसल की सिंचाई कर रहे है। इसी के साथ यूरिया खाद की जरूरत पड़ रही है। यूपी के बाजारों से महंगे दामों पर तस्करी कर किसान ला रहे है। इधर स्थानीय बाजारों में कुछ दुकानदारों के पास यूपी का ही यूरिया मिल रहा है। जिससे यहां पर कालाबाजारी कर रहे है। इसे किसान खरीदने को मजबूर हो रहे है। यूपी से तस्करी कर व बाजार से महंगे दामों पर खरीदी गई यूरिया खेत में लगी पानी में भी डालने पर नहीं गल रहा है। खेत में यूरिया खाद के नहीं गलने से किसान दोहरी मार झेलने को विवश होने लगे है। 47 दुकान है सरकारी लाइसेंस धारक प्रखंड के विभिन्न बाजारों में किसानों के बीच खाद बीज उपलब्ध कराने के लिए 47 सरकारी लाइसेंस धारक दुकान संचालित है। इन दुकानों के पास सरकारी दर पर यूरिया खाद नहीं मिल रही है। जबकि कुछ दुकानों में कालाबाजारी का धंधा चल रहा है। हालांकि दुकानदारों की माने तो सरकारी स्तर पर उन्हें यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराया गया। किसान दुकान से आए दिन वापस लौट रहे है। एक माह पहले डीलर को रुपए भेज दिए थे। बावजूद यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराया गया। वर्जन यूरिया खाद एक से दो दिनों में सरकारी लाइसेंस धारक दुकानों पर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किया जा रहा। आवंटन को लेकर विभाग को सूचना दी गई है। अशोक भास्कर, बीएओ, कुचायकोट। गोपालगंज इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को दी गई भूकंप से बचाव की जानकारी - भूकंप का मुख्य जोन नेपाल होने के कारण सीमावर्ती जिलों में रहता है अधिक प्रभाव कुचायकोट, एक संवाददाता। सिपाया स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय गोपालगंज में भूकंप सुरक्षा सप्ताह के तहत छात्र-छात्राओं को विशेषज्ञों ने गुरुवार को भूकंप से बचाव की जानकारी दी। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में भूकंप सुरक्षा सप्ताह आयोजित किया गया है। महाविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता विजय कुमार मिश्र ने भूकंप से संबंधित आपदाओं के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपदा किसी को बता कर नहीं आता। हमें प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहना होगा। मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामसागर सिंह ने बताया कि भूकंप के दौरान हमें अपनी बचाव के लिए विशेष सतर्क होने की जरूरत होती है। घर में अगर हैं तो घर से बाहर निकल जाना चाहिए। घर के ऊपर वाले फ्लोर में अगर निवास कर रहे हैं तो इस स्थिति में हमें दीवार के पिलर के पास या टेबल के नीचे अपना सर मोड़ कर बैठ कर बचाव करनी चाहिए। किसी भी सूरत में ऊपरी फ्लोर के खिड़की व दरवाजा के पास रहना हितकर नहीं होगा। बिहार में नेपाल के सीमावर्ती जिलों में भूकंप का खतरा अधिक रहता है। इस स्थिति में हमें अपनी बचाव करना बेहतर होगा। मौके पर सौरभ प्रियदर्शी व राणा प्रताप सिंह सहित अन्य प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
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