हिन्दू स्वाभिमान यात्रा के ऐलान से भड़का विपक्ष तो गिरिराज सिंह ने पूछा- मेरी यात्रा से बेचैनी क्यों?
- केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह की 18 अक्टूबर को भागलपुर से निकल रही यात्रा को राजद और कांग्रेस ने बांटने वाली कोशिश बताया है। पलटवार में गिरिराज ने पूछा कि तेजस्वी यादव या प्रशांत किशोर की यात्रा से किसी को दिक्कत नहीं होती तो उनकी यात्रा से क्यों बेचैनी है।
केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह की 18 अक्टूबर को भागलपुर से शुरू हो रही हिन्दू स्वाभिमान यात्रा को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन और राज्य में महागठबंधन के घटक दोनों प्रमुख दलों ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता बांटने वाली राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। गिरिराज सिंह ने अपनी यात्रा की घोषणा करते हुए कहा था कि इसका मकसद हिन्दू समाज को एकजुट करना और सत्ता परिवर्तन के बाद बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रही हिंसा का सवाल उठाना है।
गिरिराज सिंह की प्रस्तावित यात्रा 18 अक्टूबर को भागलपुर के बूढ़ानाथ मंदिर में पूजन-हवन से शुरू होगी और 22 अक्टूबर को खत्म होगी। यात्रा भागलपुर से कटिहार, पूर्णिया, अररिया के रास्ते किशनगंज तक जाएगी। सिंह इस तरह की यात्रा के दूसरे चरण की भी घोषणा आगे कर सकते हैं। गिरिराज सिंह ने यात्रा की घोषणा के वक्त दोहराया कि अगर बंटवारे में सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते तो आज ये समस्या नहीं होती।
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बेगूसराय से ही संबंध रखने वाले आरजेडी के बड़े नेता तनवीर हसन ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री की इस यात्रा का मकसद नफरत बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह बांटने वाली राजनीति के लिए मशहूर हैं और इस यात्रा के जरिए नफरत फैलाकर तनाव पैदा करना चाहते हैं। कांग्रेस नेता ज्ञान रंजन ने कहा है कि इस यात्रा का उद्देश्य समाज में धार्मिक विभाजन पैदा करना है।
गिरिराज सिंह ने अपनी यात्रा को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना पर कहा है कि जब नेता विपक्ष तेजस्वी यादव और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यात्रा निकालते हैं तो किसी को दिक्कत नहीं होती। लेकिन जब वो यात्रा निकाल रहे हैं तो सबको बेचैनी हो रही है।