शेरघाटी में परीक्षा के लिए बेंच टेबुल जुटाने में केंद्राधीक्षक परेशान
मैट्रिक की परीक्षा के लिए शेरघाटी में बनाए गए हैं दस केंद्र, मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से प्रस्तावित है। अनुमंडल स्तर पर आस-पास के हाइ स्कूलों में अध्ययनरत दसवीं कक्षा की छात्राओं की परीक्षा के लिए...
मैट्रिक की परीक्षा के लिए शेरघाटी में बनाए गए दस केंद्रों पर परीक्षार्थियों के बैठने के लिए बेंच-टेबुल जुटाने में केंद्राधीक्षकों के दम फूल रहे हैं। मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से प्रस्तावित है। अनुमंडल स्तर पर आस-पास के हाइ स्कूलों में अध्ययनरत दसवीं कक्षा की छात्राओं की परीक्षा के लिए केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर छह हजार से अधिक छात्राएं एक-एक पाली में परीक्षा की कापियां लिखेंगी। परीक्षा में कदाचार और नकल रोकने के लिए प्रशासनिक तौर पर एक बेंच पर दो-दो परीक्षार्थियों के बैठने का इंतजाम करने का निर्णय लिया गया है। ऐसी स्थिति में परीक्षा केंद्रों के गठन के लिए जिन सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है, वहां परीक्षार्थियों की संख्या के हिसाब से बेंच टेबुल मौजूद नहीं हैं। नतीजा है कि आस-पास के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों से गाड़ियों में भर-भर कर बेंच टेबुल लाए जा रहे हैं। शहर के एक निजी स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक और बाराचट्टी के सुलेबट्टा हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक मो. एहसान अहमद ने शनिवार को बताया कि उन्होंने बारह जोड़ी बेंच निकट के उर्दू मॉडल स्कूल से मंगवाया है। इधर गोपालपुर स्थित डा. भीमराव अम्बेदकर आवासीय विद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक तथा शेरघाटी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामचंद्र प्रसाद ने बताया कि परीक्षा केंद्रों में आस-पास के स्कूलों से बेंच मंगवाए जा रहे हैं। शनिवार शाम तक परीक्षा केंद्रों में कई स्कूलों से बेंच मंगवाने का सिलसिला बना रहा।
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