पछुआ हवा और लू ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें
-भीषण गर्मी की कहर जारी, पारा 43 के पार -लगातार चौथे दिन भीषण गर्मी की

पूरे बिहार में गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है, लेकिन गया जिले में स्थिति और भी गंभीर बनी हुई है। लगातार चौथे दिन गया भीषण गर्मी की चपेट में है। शुक्रवार की सुबह से ही तीखी धूप और गर्म पछुआ हवा ने लोगों को परेशान कर दिया। सुबह 9 बजे के बाद से ही तापमान 39 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया और दोपहर होते-होते पारा 43 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। पिछले चार दिनों से गया में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। स्कूल जाने वाले बच्चे, काम पर निकलने वाले कर्मचारी और बाजार में खरीदारी करने वाले लोग गर्मी से बेहाल हैं। खासकर दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा सा छा जाता है। स्थानीय अस्पतालों में लू लगने के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। डॉक्टरों ने लोगों को दोपहर में घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की हिदायत दी है।
मौसम विभाग के अनुसार, गया में पिछले तीन दिनों से पूरे बिहार में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई है। शुक्रवार को भी गया का तापमान राज्य में सबसे अधिक रहा। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि पछुआ हवा और पश्चिमी राजस्थान की ओर से आ रही गर्म और शुष्क हवाओं के कारण तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है।
हालांकि, मौसम विभाग ने दो दिन बाद से राहत मिलने की संभावना जताई है। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, रविवार या सोमवार से मौसम का मिजाज बदल सकता है। गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने और आंधी आने की संभावना है। कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है और लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। गर्मी और लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे सावधानी बरतें, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को दोपहर के समय बाहर निकलने से बचाएं।
डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
चिकित्सकों ने गर्मी से बचने के लिए लोगों को दिन के समय, खासकर 11 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। डॉक्टरों के अनुसार, इस समय तेज धूप और लू के कारण हीट स्ट्रोक और डीहाइड्रेशन का खतरा अधिक रहता है। अधिक से अधिक पानी पीने, हल्के और सूती कपड़े पहनने तथा बाहर जाते समय सिर ढकने की सलाह दी है।
कृषि पर भी असर
भीषण गर्मी का असर खेती पर भी पड़ रहा है। खेतों में नमी की कमी और जल स्रोतों के सूखने की वजह से फसलें प्रभावित हो रही हैं। किसानों को सिंचाई के लिए भी अतिरिक्त खर्च करना पड़ सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।