धर्म की रक्षा व दुष्टों को दंड देना अवतार का प्रयोजन: राम प्रपन्नाचार्य
जलालपुर में चल रहे महायज्ञ से माहौल हुआ भक्तिमय फोटो- टिकारी के जलालपुर गांव कृष्ण का रुप धारण किया हुआ बालक। टिकारी। निज संवाददाता जलालपुर गांव में...
टिकारी। निज संवाददाता
जलालपुर गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह सह लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है। सुबह यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने और शाम को प्रवचन सुनने श्रोता जुट रहे हैं। रात में रासलीला देख दर्शक भावविभोर हो जा रहे हैं। महायज्ञ के पांचवे दिन सोमवार को श्री श्री 1008 श्री स्वामी राम प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने कृष्णावतार की चर्चा करते हुए कहा कि भागवत के अवतार भिन्न-भिन्न कार्य के लिए होता है। वास्तव में भगवान एक ही है।
अलग-अलग लीलाओं के कारण उनका नाम अलग-अलग होता है। ऐसे तो धर्म की रक्षा करना एवं दुष्टों को दंड देना अवतार का प्रयोजन है। लेकिन विशेषतः मनुष्यों को लीलाओं के द्वारा प्रशिक्षण करना भी उनके अवतार का कारण होता है। जब कंस का अत्याचार चरम सीमा पर था तो सबसे भीम हिन देवकी-वासुदेव के यहां भगवान आये। वासुदेव जी द्वारा गोकुल में नन्द-यशोदा के घर पहुंचाना और फिर विविध लीलाओं द्वारा पुतना, मकरासूर, कंस आदि दुष्टों का संहार करना ऐश्वर्य लीला को दर्शाता है।
भगवान श्री कृष्ण के अवतार का प्रसंग आज का बड़ा रोचक हुआ। सोहर एवं बधाईयां गाकर ज्ञानी जी ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर पंडित सत्येंद्र शर्मा, सत्य प्रकाश जी, श्रीनिवास जी, विकास जी एवं लक्ष्मण ब्रह्मचारी जी ने भी भगवान के जन्मोत्सव में भाग लिया। लाइव प्रसारण फेसबुक पेज की मदद से की गई। जिसे हजारों लोगों ने देखा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।