गया जंक्शन: ठंड से बचाव ना शेड का इंतजाम, खुले में ट्रेन का इंतजार मुसीबत
गया जंक्शन पर यात्रियों को रात में ठंड के बीच सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। प्लेटफार्म पर बेंच और शेड की कमी है, जिससे यात्री खुले आसमान में ट्रेन का इंतजार करने को मजबूर हैं। रेलवे ने...
गया जंक्शन: रात में ठंड के बीच सुविधाओं का अभाव बना यात्रियों के लिए मुसीबत स्टेशन पर बेंच और शेड जैसी बुनियादी सुविधाओं की है कमी
पुनर्विकास कार्य के चलते प्लेटफ़ॉर्म पर बना है वैकल्पिक यात्री प्रतिक्षालय
एक नम्बर प्लेटफार्मो पर भी टीन शेड हटा दिए जाने से यात्रियों को खुले आसमान के नीचे रहकर करना पड़ रहा ट्रेन का इंतजार
-फोटो, इंटरैक्टिव फोटो-4
गया,हिन्दुस्तान संवाददाता/ राजेश कुमार मिक्की
गया जंक्शन पर रात आठ बजे का समय। यात्री ट्रेन के इंतजार में अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर खड़े हैं। बैठने की जगह नहीं है। शेड भी नहीं है। ऐसे में खुले में ट्रेन का इंतजार करना उनकी मजबूरी है। जिनकी ट्रेन देर से आएगी वे टिकट काउंटर की लॉबी में पहुंच गए हैं। प्रतिक्षालय के अभाव में सर्दी से बचाव करना यात्रियों के लिए बेहद मुश्किल हो गया है। खासकर रात के समय यात्रियों की परेशानी ज्यादा बढ़ रही है। रिजर्वेशन भवन के सामने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बनाए गए यात्री शेड में लोग किसी प्रकार रात गुजार रहे हैं। हवा से बचाव के लिये दो छोर पर पर्दा डाला गया है। लेकिन दो छोर के खुले रहने से तेज ठंडी हवा यात्रियों को परेशान कर रही है। पुनर्विकास के तहत स्टेशन पर साधारण यात्री प्रतिक्षालय टूटने और अन्य सुविधाओं की कमी के चलते यात्री सर्द हवाओं में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हो रहे हैं।
रेलवे ने तोड़े गए प्रतिक्षालय की जगह पिलग्रिज्म भवन में अस्थाई साधारण वेटिंग रूम बनाया है। लेकिन इसकी जानकारी यात्रियों तक सही रूप में नहीं पहुंची है। इसके चलते यह वेटिंग रूम लगभग खाली रहता है। इस वेटिंग रूम की क्षमता भी सीमित है। जबकि स्टेशन पर हर समय सैकड़ों यात्री मौजूद रहते हैं।
कुछ ऐसा दिखा नजारा
8:20 बजे एक नम्बर पर हल्दिया से आनन्दविहार एक्सप्रेस, कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस के यात्री एक नम्बर प्लेटफार्म पर खुले आकाश में खड़े हैं। ठंड के बीच ट्रेन का इंतजार करने को विवश हैं। रात 8:22 बजे ठंड से बचाव के लिए यात्रियों की झुंड रिजर्वेशन भवन के खाली स्थान पर विश्राम करते दिखे। रिजर्वेशन काउंटर परिसर में ठहरे लोगों के कारण टिकट लेने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा। 8:30 बजे हल्दिया आनन्दविहार एक्सप्रेस एक नम्बर प्लेटफार्म पर पहुंची। ट्रेन रुकते ही खुले आकाश में रहे यात्री ट्रेन में सवार होने के लिए जल्दबाजी करने लगे ताकि ठंड से बच सके।
प्रतिदिन 50 हजार यात्रियों का होता है आवागमन
गया जंक्शन पर प्रतिदिन करीब 90 ट्रेनों का आवागमन होता है और करीब 50 हजार यात्री यहां आते-जाते हैं।
इंट्रैक्टिव:-4 यात्रियों ने कहा
गया जंक्शन का विकास बहुत सराहनीय है। लेकिन यहां रात में खुले आकाश के बीच ठंड से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था का अभाव है।
रवि कुमार, यात्री
गया जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन पर यात्रियों का काफी आना-जाना है। लेकिन यहां वर्तमान समय में सुविधाओं का अभाव है। यात्री सुविधाओं को बढ़ाना चाहिए।
लक्ष्मी बसु, यात्री
मुझे रात में ट्रेन पकड़नी है। लेकिन प्लेटफॉर्म पर शेड नहीं है। इस कारण टिकट काउंटर पर आ गया हूं। यही पर रुककर ट्रेन आने का इंतजार करेंगे।
दिव्यांशु, यात्री
ठंड काफी बढ़ गई है। शेड तक की व्यवस्था नहीं है। खुले आकाश में यात्रियों को ट्रेन का इंतजार करने को विवश होना पड़ रहा है।
मुकेश कुमार, यात्री
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