जल, जंगल और जमीन हो जनता के अधीन: जगत भूषण

अतरी प्रखंड की नरावट पंचायत गांव में मंगलवार को एकता परिषद के कार्यकर्ताओं की में प्राकृतिक संसाधन व उसके संरक्षण विषय पर चर्चा...

हिन्दुस्तान टीम गयाTue, 12 March 2019 09:13 PM
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अतरी प्रखंड की नरावट पंचायत गांव में मंगलवार को एकता परिषद के कार्यकर्ताओं की में प्राकृतिक संसाधन व उसके संरक्षण विषय पर चर्चा हुई। एकता परिषद के जगत भूषण ने कहा कि जल, जंगल व जमीन ये तीनों जनता के अधीन होनी चाहिए। वर्ष 2007 में एकता परिषद के राजनंदन जी द्वारा ग्वालियर-से-दिल्ली तक वनभूमि पर अधिकार का कानून बनवाया गया था। परन्तु प्रशासन के लोगों द्वारा अभीतक दावा पत्र नहीं लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में वनभूमि पर बसे लोगों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। इस अवसर पर शत्रुघ्न दास ने कहा कि चाहे जो भी कुर्बानी देनी पड़े हम राजनंदन के सपनों को पूरा करेंगे व वनभूमि को नहीं छोड़ेंगे। रविशंकर और अर्जुन ने कहा राजनंदन के अधूरे सपनों को पूरा करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभा में उपस्थित सभी सदस्यों ने एक साथ नारा दिया, लोकसभा न विधानसभा, सबसे बड़ी है ग्रामसभा, हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते, आवाज दो हम एक हैं। मौके पर शत्रुघ्न दास के अलावा हरेकृष्ण प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद, सुदेश्वर पाण्डेय, कैलू मांझी, कारी देवी, बर्ती देवी और शांति देवी के अलावा अतरी प्रखंड के सैंकड़ों एकता परिषद के कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी कार्यकर्ताओं ने सामाजिक कार्यकर्ता राजनंदन की पहली पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।

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