गया के दस प्रखंडों में धान खरीद धीमी, डीएम ने जतायी नाराजगी
-जिला टास्क फोर्स की बैठक में डीएम ने धान खरीद में तेजी लाने का दिया
समाहरणालय के सभागार में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत पैक्स व व्यापारमंडलों द्वारा किये जा रहे धान खरीद कार्य की समीक्षा को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। समीक्षा में जिले के 10 प्रखंडों में धान खरीद धीमी है। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने धान खरीद की धीमी गति पर चिंता व्यक्त की। साथ ही जल्द से जल्द धान खरीद में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया गया। जिले के परैया, अतरी, खिजर सराय, नीमचक बथानी, मानपुर, इमामगंज, टिकारी, बांके बाजार, कोंच एवं बाराचट्टी में धान की खरीद धीमा है। यहां के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अभी भी इन क्षेत्रों में धान खरीद का कार्य काफी धीमा है। खरीद में तेजी लाने की अत्यंत आवश्यकता है। इन संबंधित क्षेत्र के सहकारिता पदाधिकारी हर फैक्स के साथ एक-एक घंटा का बैठक करते हुए तेजी से अधिप्राप्ति करवाये। किसानों से रूबरू हो और उन्हें धान पैक्स में देने के लिए जागरूक बनायें।
डीसीओ निकेश कुमार ने बताया कि जिले में 294 पैक्स और 18 व्यापार मंडल द्वारा धान खरीद 15 नवंबर से शुरू की गई है। अब तक 11 हजार 871 किसानों से 80 हजार 627 टन धान की खरीद की गई है। डीएम ने मगध सेंटल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड गया के प्रबंध निदेशक एवं सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को निर्देश दिया कि धान खरीद में संलग्न शत प्रतिशत किसानों का भुगतान 48 घंटे के अंदर कराना सुनिश्चित करेंगे।
डीएम द्वारा प्रतिवेदन के अवलोकनोंपरांत धान अधिप्राप्ति के लिए ऑन लाइन आवेदन करनेवाले किसानों के संबंध में नाराजगी व्यक्त की गई। साथ ही निदेश दिया गया कि व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक किसानों का निबंधन कराना सुनिश्चित करेंगे। ज़िले में धान अधिप्राप्ति के लिए 312 समितियां को क्रियाशील बनाया गया है। 30 मिल ( 26 उसना, 4 अरवा) को चयन किया गया है। ज्ञातव्य हो कि गया जिलार्नात धान खरीद के लिए ऑनलाईन आवेदन करनेवाले किसानों की कुल संख्या 44 हजार 547 है जिसमें 23 हजार 790 रैयत किसान एवं 20 हजार 757 गैर रैयत किसान है।
बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि चयनित सभी समितियों को कैश क्रेडिट उपलब्ध कराया गया है जिससे धान अधिप्राप्ति का कार्य उन समितियों द्वारा किया जा रहा है। संबंधित समितियों द्वारा धान अधिप्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य की समीक्षा डीएम द्वारा की गई। राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबन्धक राजीव कुमार सिंह द्वारा राईस मिल सत्यापन की जानकारी देते हुए बताया गया की सभी मिलों का सत्यापन किया जा चुका है। डीएम द्वारा राईस मिल एवं पैक्स की संबंद्धता के लिए निदेश दिया गया।
डीएम ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया कि हर हाल में छोटे किसानों को प्राथमिकता पर धान क्रय किया जाए। डीएम ने कहा कि राज्य सरकार धान खरीद को लेकर काफी गंभीर है। हर सप्ताह प्रगति संबंधित उच्च स्तरीय बैठक भी हो रही है। अधिप्राप्ति में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जाएगी। अभी इनिशियल पीरियड है किसानों से धान खरीद का कार्य अच्छा से करवाये। उन्होंने कहा कि पैक्स गोदाम और सीएमआर गोदाम की अनुमंडल पदाधिकारी स्तर से नियमित जांच करवाया जाए। किसान जितना मात्रा में धान दे रहे हैं उसी वजन के अनुरूप किसानों को भुगतान करें। उस से कम भुगतान नही करें। उन्होंने सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि लगातार भ्रमणशील रहे। जितने भी छोटे किसान हैं उनसे बातचीत करें एवं धान बेचने के लिए प्रेरित करें। किसानों को पूरी मदद नहीं करने के कारण मजबूरन वह मार्केट में अपने धन को बेचते हैं। अगर सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी रुचि लेकर किसानों को मदद करेंगे तो हर हाल में विभाग द्वारा दिए गए टारगेट का अचीवमेंट पूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि धान की वास्तविक खरीदारी का यही वर्तमान समय है। इसमें हर हाल में तेजी लाएं।
डीएम ने अपर समाहर्त्ता (विभागीय जांच पदाधिकारी) को निर्देश दिया है कि स्वयं रैंडमली विभिन्न प्रखंड का धान खरीदारी संबंधित जांच करें। जो भी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी की लापरवाही रहे उनके विरुद्ध कार्रवाई करें। सभी सीएमआर गोदाम में एजीएम अच्छे तरीके से कम करें, धान के क्वालिटी का भी नियमित जांच कराते रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को कहीं कोई ह्रास नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखें।
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