Hindi Newsबिहार न्यूज़गयाCrowd of devotees gathered at Chhat Ghats in Tikari

टिकारी में छठ घाटों पर जुटी भक्तों की भीड़

फोटो- टिकारी के पंचदेवता घाट पर जुटी भीड़। टिकारी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चैती छठ पर छठ घाटों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। रविवार को डूबते...

Newswrap हिन्दुस्तान, गयाSun, 18 April 2021 07:21 PM
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फोटो- टिकारी के पंचदेवता घाट पर जुटी भीड़।

टिकारी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चैती छठ पर छठ घाटों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित की गई। पंचदेवता और सिमुआरा घाट पर काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। पंचदेवता घाट पर दो कुंड बनाया गया था। सेवा भारती समिति की ओर से लाइट और सफाई करायी गई है। नगर पंचायत प्रशासन ने भी सुबह घाट की सफाई करवायी थी। छठ के मौके पर घाटों की भीड़ उम्मीद से अधिक जुटी थी। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। सेवा भारती के अध्यक्ष रामाशीष प्रजापति, कमलकांत सिंह, भोला यादव, श्रीकांत कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना को देखते हुए विशेष व्यवस्था नहीं की जानी थी। पंचदेवता घाट पर कुछ व्यवस्था करायी गई थी।

छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य का अर्ध्य देकर मनोकामना पूरा करने का मांगा वर

इमामगंज। आस्था का महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन छठ व्रतियों ने रविवार को सोरहर, मोरहर, लब्जी नदी के संगम नदी में सूर्य भगवान को शाम में डूबते सूर्य का अर्ध्य देकर अपनी मनोकामना को मांगें।

श्रद्धालुओं भक्तों ने प्रखण्ड में कोरोना को लेकर शांति पूर्वक छठ पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है। छठ व्रती सामाजिक दूरी बनाकर भगवान का अर्ध्य देने का काम कर रहे हैं। वहीं छठ घाट पर सभी श्रद्धालु भक्तों ने मास्क लगाकर व्रतियों अर्ध्य दिए। श्रद्धालु भक्त बतातें हैं कि कोरोना का दूसरा लहर इतना तेज हो गया है कि घर से बाहर जाना भी मुश्किल हो गया है। लेकिन हमलोग भगवान के भरोसे पर ही जिंदा हैं। इस लिए अपने गांव के पास संगम नदी के छठ घाट पर अर्घ्य देकर आस्था का महापर्व छठ माता का पूजा कर अपने मनोकामना के साथ-साथ घर गांव, प्रखण्ड व देश से कोरोना को मुक्त करने का सूर्य भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं।

गुरुआ में छठ घाटों पर भगवान भाष्कर को दिया अर्घ्य

गुरुआ। गुरुआ प्रखंड क्षेत्र में रविवार की शाम को डूबते सूर्य को छठ व्रतधारिओं ने भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया। गुरुआ प्रखंड के सूर्यमंदिर तालाव, मोरहर नदी, भुरहा, बाबा बैजुधाम आदि जगहों पर भगवान भाष्कर को शाम को अर्घ्य दिया गया। हालांकि कोरोना वायरस के भय से काफी कम संख्या में लोग छठ घाट पर पहुंचे। छठ घाट पर अधिकांश लोग वगैर मास्क के नजर आए। वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ नहीं लगाने का सरकारी फरमान सिर्फ कागज पर सिमट कर रह गया।

आमस में बहुत व्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य

आमस। एक संवाददाता

फोटो मेल पर

आमस में छठ घाटों पर रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। हालांकि कोरोना की वजह इस बार बहुत कम कम जगहों पर अर्घ्य पड़े। चण्डीस्थान शिव मंदिर, आमस, करमाइन, कलवन, तारडीह, सांव आदि छठ घाटों पर कुछ व्रती अर्घ्य दिये। बाजारों में कोई चहल-पहल नहीं दिखे। नदी, तालाब, आहार, पोखर सूखे होने के कारण व्रतियों को अर्घ देने परेशानी हुई। सतेंद्र चौधरी, सोनू गुप्ता, चंदन स्वर्णकार, जितेन्द्र गुप्ता, सुरेंद्र विश्वकर्मा आदि युवाओं ने बताया कि मोटर पंप के जरिये छठ घाट में पानी भरना पड़ा।

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