बोरा अभाव के कारण नही हो पा रहा सीएमआर चावल जमा
जिले में अभी 48 हजार टन सीएमआर का चावल एसएफसी गोदाम में किया जाना है जमा जिले में अभी 48 हजार टन सीएमआर का चावल एसएफसी गोदाम में किया जाना है...
गया हिन्दुस्तान संवाददाता
बोरा अभाव के कारण पैक्स व व्यापार मंडल द्वारा एसएफसी के गोदाम में सीएमआर चावल समुचित रूप से जमा नही हो पा रहा है। जिले में अभी भी 48414 टन (1793 लॉट) सीएमआर का चावल एसएफसी गोदाम में जमा किया जाना है।अबतक गया जिले में 62 फीसदी सीएमआर चावल की आपूर्ति हुई है।
खरीफ विपणन मौसम 2020-21 में जिले में कुल लक्ष्य 2 लाख 25 हजार टन में से खरीद- 1लाख 92 हजार 191टन धान की खरीद जिले के 31928 किसानों से हुई थी। मगध सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक से किसानों को 363 करोड रुपये भगतान किये गए थे। खरीदे गए धान का समतुल्य सीएमआर चावल 1 लाख 28 हजार 741टन (4768लॉट) एसएफसी के गोदाम में जमा होना है। अब तक एसएफसी के गोदाम में 80 हजार 327 टन (2975 लॉट) जमा हो पाया है। लेकिन इधर बोरा उपलब्ध नहीं रहने के कारण 48 हजार 414 टन चावल लंबित है। जमा चावल के बदले एसएफसी ने मगध सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक को 240करोड़ रुपये में से 141 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। अभी भी एसएफसी के पास बैंक का 45 करोड़ रुपये बकाया है।
सीएमआर चावल जमा करने में अन्य जिले से गया जिले पीछे है। चावल जमा कराने में मगध के संयुक्त निबंधक दिनेश कुमार द्वारा प्रयास किया जा रहा है। लगातार तीन दिनों से सीएमआर की आपूर्ति में आ रही समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। आयुक्त द्वारा भी संज्ञान लिया गया है। लेकिन बोरा नहीं मिलने के कारण सीएमआर चावल आपूर्ति में कठिनाई हो रही है। यदि शत प्रतिशत सीएमआर जमा नहीं होगा तो बैंक की बड़ी राशि पैक्स में फंस जाएगा। बैंक का पहले से ही धान अधिप्राप्ति में लगभग 9 करोड़ रुपये फंसा है।
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