पूर्व मध्य रेल के रास्ते आज चली 100 वां ऑक्सीजन एक्सप्रेस
पूर्व मध्य रेल द्वारा कोविड के खिलाफ संयुक्त जंग को मजबूती प्रदान की है।
देश के विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के भारतीय रेलवे के प्रयासों को गति देते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा कोविड के खिलाफ संयुक्त जंग को मजबूती प्रदान की है। कोविड मरीजों और उनके परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए 19 अप्रैल से शुक्रवार तक पूर्व मध्य रेल के गया जंक्शन, डीडीयू जंक्शन, डाल्टेनगंज, टोरी एवं अन्य स्टेशन होते हुए देश के विभिन्न राज्यों को जाने वाली खाली और लोडेड 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई गई है। इनमें से 49 लोडेड ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य शहरों तक पहुंची।
राजघानी एक्सप्रेस के तर्ज पर आक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन कर इन जगहों पर ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ने से कोरोना रोगियों के उपचार में सहायता मिली। ऑक्सीजन एक्सप्रेस सेवायें विभिन्न राज्यों में ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते लागातार ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस पूर्व मध्य रेल के पंडित दीन दयाल उपाध्याय एवं धनबाद मंडल होकर ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते देश के अलग-अलग जगह पहुंची। पूर्व मध्य रेल द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस की महत्ता को देखते हुए इसे राजधानी एक्सप्रेस से थोड़ा कम परंतु अन्य मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों से अधिक की गति से चलाया जा रहा है। तीव्र गति से नियत समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूर्व मध्य रेल से होकर गुजरने वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस बिना कहीं रुके अधिकतम 100 प्रतिघंटा तक की गति से दौड़ रही है। जबकि पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत लगभग 400 किमी में ऑक्सीजन एक्सप्रेस की औसत गति 65-80 किमी प्रतिघंटा है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर सभी सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करते हुए चलाया जा रहा है । ट्रेनें तेज गति से चले, इसके लिए रास्ते में ग्रीन कोरिडोर बनाया गया है, ताकि बिना किसी रेड सिग्नल के यह ट्रेन जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंच सके।
आक्सीजन कंसंट्रेटर से संक्रिमतों को आक्सीजन मुहैया कराएगी सेवा भारती
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गया हिन्दुस्तान संवाददाता
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के शुरुआती दौर से ही संघ एवं सेवा भारती के कार्यकता कोरोना पीड़ितों की सेवा में स्वयं स्फूर्त भाव से लग गए और निरंतर सेवा कार्य में लगे हुए हैं। सेवा कार्य के दौरान संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा अब तक आवश्यकता अनुसार कोरोना पीड़ितों को आक्सीजन सिलिंडर, दवा, एंबुलेंस सेवा, सुखा राशन, भोजन पैकेट, हॉस्पिटल में बेड-वेंटिलेटर मुहैया कराया जा रहा था। लेकिन अब सेवा कार्य में एक नया आयाम जुड़ गया है। अब सेवा भारती के कार्यकर्ताओं द्वारा सेवा इंटरनेशनल के सहयोग से वैसे पीड़ित जिनका आक्सीजन सेचुरेशन लेवल 5 तक है उन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से आक्सीजन मुहैया कराया जाएगा।
सेवा इंटरनेशनल गया के संयोजक राहुल दत्ता ने बताया कि सेवा भारती- अमेरिका, अमेरिका में रहने वाले संघ के स्वयंसेवक एवं अमेरिकी एसोसिएशन आफ फिजिशियन आफ इंडियन ओरिजन ने मिल कर सेवा इंटरनेशनल के माध्यम से सेवा पहुंचा रहे हैं। उसी क्रम में सेवा इंटरनेशनल के द्वारा भारत में 2900 आक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराया गया है। जिसमें बिहार को 56 आक्सीजन कंसंट्रेटर एवं गया को 5 आक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त हुआ। संघ के नगर संघचालक एवं गया के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ० अभय शिम्भा ने बताया कि वैसे कोरोना पीड़ित जिनका आक्सीजन लेवल 85 या उससे उपर हो, उन्हें कंसंट्रेट के माध्यम से आक्सीजन दे सकते हैं। जिनका आक्सीजन का स्तर ज्यादा कम है, उन्हें आक्सीजन सिलिंडर की जरूरत पड़ेगी। मौके पर दक्षिण बिहार प्रांत के सह प्रांत प्रचारक उमेश रंजन, सेवा भारती के प्रांत उपाध्यक्ष अनिल कुमार, अनिल स्वामी, आनन्द श्रीकर एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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