पता भारत का और एडमिशन NRI कोटे में, BRA बिहार यूनिवर्सिटी में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर
एनआरआई कोटे में आसानी से कॉलेज छात्रों का दाखिला ले लेते हैं। इसके लिए किसी दस्तावेज की जांच भी विवि नहीं करता है, जिसका फायदा कुछ कॉलेज उठाते हैं। विवि में दो प्रतिशत कोटा एनआरआई छात्रों के लिए है, लेकिन एनआरआई कोटे में भारतीयों का ही दाखिला लिया जा रहा है।
बिहार के प्रतिष्ठित बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी में नामांकन में बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। यूनिवर्सिटी में एनआरआई कोटे में दाखिले का बड़ा खेल चल रहा है। कई कॉलेजों में वैसे छात्रों का दाखिला एनआरआई कोटे में हुआ, जो सीतामढ़ी और हाजीपुर के रहनेवाले हैं। इनमें ज्यादातर संबद्ध कॉलेज हैं। कॉलेज अपने यहां सीट फुल करने के लिए कोटे में छात्रों को घुसा रहे हैं। विश्वविद्यालय के पदाधिकारी अब मामला उजागर होने के बाद जांच और कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
चिंता की बात यह है कि विवि प्रशासन के पास हर कोटे में दाखिले की रिपोर्ट तैयार होकर पहुंचती है, लेकिन इसपर कोई कदम नहीं उठाया गया है। इस वर्ष विवि में एनआरआई कोटे में 432 छात्रों का दाखिला कॉलेजों ने नियम को ताक पर रखकर लिया है। विवि में कुल 11 तरह के कोटे में छात्रों का दाखिला होता है। एनआरआई कोटे में आसानी से कॉलेज छात्रों का दाखिला ले लेते हैं। इसके लिए किसी दस्तावेज की जांच भी विवि नहीं करता है, जिसका फायदा कुछ कॉलेज उठाते हैं। विवि में दो प्रतिशत कोटा एनआरआई छात्रों के लिए है, लेकिन एनआरआई कोटे में भारतीयों का ही दाखिला लिया जा रहा है।
पता नेपाल का सर्टिफिकेट भारत का
इस वर्ष स्नातक में दाखिले के दौरान एक छात्र का पता नेपाल का वीरगंज आवेदन पर लिखा था, लेकिन जब उसके सर्टिफिकेट चेक किये गये तो वह छात्र सीबीएसई से इंटर पास था। सूत्रों के मुताबिक खुद को नेपाल का बताकर भी कई छात्र एनआरआई कोटे का लाभ उठाने में सफल हो जाते हैं।
स्पोर्ट्स कोटे में भी फर्जीवाड़ा
स्पोर्ट्स कोटे में भी कुछ कॉलेज फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। जिन छात्रों का वास्ता दूर-दूर तक खेल से नहीं है, उनका दाखिला भी स्पोर्ट्स कोटे में हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक सीट भरने के लिए कॉलेजों में कोटे का दुरुपयोग किया जा रहा है।
इस वर्ष कोटे में 6243 दाखिले
बीआरएबीयू में इस वर्ष सभी कोटे में 6243 दाखिले हुए हैं। डोनर कोटे में 364, एक्स सर्विसमैन कोटे में 597, दिव्यांग कोटे में 515, एनसीसी कैडेट कोटे में 771, एनआरआई कोटे में 432, एनएसएस में 703, प्रिंसिपल कोटे में 164, स्काउट गाइड कोटे में 586, स्पोर्ट्स कोटे में 1046, ट्रांस्फर ऑफ गवर्मेंट सर्विस में 245 और वार्ड कोटे में 820 नामांकन हुए हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
कॉलेजों में एनआरआई कोटे में गड़बड़ी हो रही है तो इसकी जानकारी लेकर ऐसे कॉलेजों से इसके बारे में पूछा जायेगा। मामले की जांच भी कराई जायेगी और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जो दोषी होंगे उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। -प्रो. आलोक प्रताप, डीएसडब्ल्यू, बीआरएबीयू