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Bihar Flood: कोसी स्थिर, गंगा लाल, नदी में समा रहे घर और जमीन; बिहार में बाढ़ से ऐसी तबाही

बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। भागलपुर में गंगा नदी लाल निशान 33.68 से महज 10 सेमी नीचे 33.58 मीटर है। गुरुवार को जलस्तर में 24 घंटे में 10 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान में बताया है कि शुक्रवार को 11 सेमी की वृद्धि संभव है।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, भागलपुरFri, 4 Oct 2024 10:44 AM
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बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। भागलपुर में गंगा नदी लाल निशान 33.68 से महज 10 सेमी नीचे 33.58 मीटर है। गुरुवार को जलस्तर में 24 घंटे में 10 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान में बताया है कि शुक्रवार को 11 सेमी की वृद्धि संभव है। गंगा की रफ्तार कहलगांव में शुक्रवार को स्थिर हो जाएगी। यहां 24 घंटे में 12 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। यहां का जलस्तर लाल निशान 31.09 से 73 सेमी ऊपर 31.82 मीटर पर है। नवगछिया के बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार ने बताया कि गुरुवार को कोसी का जलस्तर स्थिर पाया गया है। चोरहर में एक सेमी भी जलस्तर में बढ़ोतरी नहीं हुई है। कुरसेला में 24 घंटे में सात सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

कहलगांव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार को गंगा का जलस्तर कहलगांव में स्थिर हो गया है। गंगा का जलस्तर 31.82 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं बीरबन्ना पंचायत के अंठावन गांव में दो दर्जन घरों में फिर से पानी प्रवेश कर गया है। पंचायत समिति सदस्य गंगाधर राज ने बताया कि तौफील गांव से पहले महंत बाबा बहियार में कृषि योग्य भूमि का भीषण कटाव जारी है। गुरुवार को आधा दर्जन किसानों के करीब दो एकड़ जमीन गंगा में समा गए। उधर, सन्हौला प्रखंड के 18 पंचायत क्षेत्र में कुल 9507.6 में धान की खेती की गई है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी चंद्रकांत पाठक ने बताया कि धान फसल की सबसे अधिक क्षति अमडंडा पंचायत में 135 हेक्टेयर हुई है। जबकि सबसे कम महेशपुर घनश्यामचक पंचायत में 30 हेक्टेयर और फाजिलपुर सकरामा पंचायत में 70 हेक्टेयर में धान की क्षति हुई है।

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घर और बिजली के खंभे गंगा में समाए

सबौर प्रखंड क्षेत्र के ममलखा पंचायत स्थित पुरानी मसाढ़ू के वार्ड नंबर एक और दो में गंगा कटाव लगातार रुक-रुक कर जारी है। गुरुवार को वार्ड नंबर एक पुरानी मसाढ़ू में तीन घर और बिजली के खंभे गंगा कटाव में समा गए। वहीं अभी भी कई घर कटाव की जद में हैं।

प्लास्टिक नहीं मिलने की शिकायत

मुखिया ने सीओ से की ममलखा पंचायत के पुरानी मसाढ़ू में गंगा कटाव पीड़ित को प्लास्टिक नहीं मिलने की शिकायत ममलखा पंचायत के मुखिया अभिषेक कुमार अर्णव ने सबौर सीओ से की है। मुखिया ने आरोप लगाते हुए शिकायत की है कि 200 प्लास्टिक पंचायत के वार्ड नंबर पांच के वार्ड सदस्य द्वारा प्राप्त कर लाया और संपन्न लोगों को वितरण कर दिया।

मिर्जाचौकी-भगैया के बीच उपरबंधा के पास डायवर्जन टूटा

इधर झारखंड के मिर्जाचौकी से भगैया मुख्य पथ में बिहार के पीरपैंती प्रखंड के उपरबंधा गांव के पास स्थित डायवर्जन गुरुवार को टूट जाने से मुख्य सड़क पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। जिससे झारखंड के साहेबगंज और गोड्डा जिले के लोगों के अलावा पीरपैंती प्रखंड के लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर राजगांवअराजी पंचायत के सैकड़ों बच्चे इसी डायवर्जन पुल से गुजर विभिन्न स्कूलों में पढ़ने के लिए आते जाते हैं। पुल टूटने के बाद बच्चों को बड़ी मुश्किल से पार कराकर अभिभावकों द्वारा घर लाया जा सका। जबकि मिर्जाचौकी से जाने वाली बस, जीप, ऑटो रिक्शा का परिचालन बाधित रहा। उधर, प्रखंड प्रमुख कार्यालय में बाढ़ अनुश्रवण समिति की एक बैठक आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता प्रमुख रश्मि कुमारी ने की। बैठक में बाढ़ क्षेत्र से पहुंचे जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।

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