दरभंगा के कामेश्वर धार्मिक न्यास पर अंधाधुंध फायरिंग, हमलावर को लोगों ने पकड़कर पीट दिया
दरभंगा के रामबाग स्थित कामेश्वर धार्मिक न्यास ट्रस्ट के कार्यालय में गुरुवार को साधु के भेस में आए एक अधेड़ शख्स ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। बाद में लोगों ने उसे पकड़कर पीट दिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।
बिहार के दरभंगा स्थित कामेश्वर सिंह धार्मिक न्यास ट्रस्ट के कार्यालय में गुरुवार को एक शख्स ने अंधाधुंध फायरिंग कर दहशत मचा दी। स्थानीय लोगों ने जान जोखिम में डालकर हथियार से लैस अधेड़ हमलावर को पकड़ लिया, फिर उसकी जमकर पिटाई की गई। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के रामबाग परिसर स्थित न्यास परिसर में आरोपी ने 10 राउंड फायरिंग की। उसके पास से एक देसी मस्कट, 40-50 कारतूस और एक धारदार चाकू बरामद किया गया। डंडे की पिटाई से ट्रस्ट के दो कर्मी चोटिल हुए हैं।
सूचना मिलने पर विश्विद्यालय थाने की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर हमलावर को अपने कब्जे में ले लिया। घटनास्थल से कई खोखे बरामद किए गए। पूछने पर हमलावर ने बताया कि उसका नाम बृहस्पति यादव है। वह कटिहार जिले के मनिहारी का रहने वाला है। उसकी उम्र 50 साल है। उसके पास से पुलिस ने एक झोला भी बरामद किया है। तलाशी लेने पर उसमें टॉर्च, रस्सी एवं खाना बनाने का सामान मिला। इससे अंदाजा लगाया गया कि वह खानाबदोश की जिंदगी व्यतीत कर रहा है। पुलिस ने इलाज के लिए उसे डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया है।
घटना के बाद न्यास परिसर छावनी में तब्दील हो गया। आरोपी ने किस मकसद से अंधाधुंध फायरिंग की यह अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रामबाग परिसर स्थित कामेश्वर धार्मिक ट्रस्ट के कार्यालय में दोपहर करीब तीन बजे साधु की वेशभूषा में पहुंचा बुजुर्ग अचानक लाठी से वहां मौजूद कर्मियों की पिटाई करने लगा। विरोध करने पर उसने अपने झोले से देसी मस्कट (कट्टा) निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। उसने करीब 10 दस राउंड फायरिंग की।
हिम्मत जुटाकर लोगों ने उसे दबोच लिया। मौके पर पहुंचे सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वहां मौजूद कर्मी जब तक कुछ समझ पाते तब तक उसने करीब 10 राउंड फायरिंग कर दी थी। उसके पास से हथियार और कारतूस मिले हैं। यह जांच का विषय है कि इतनी भारी मात्रा में वह कारतूस कहां से लाया है। पुलिस जांच में जुट गई है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।