बाप-बेटे ने बनाया 'पांडेय गिरोह', अवैध बालू खनन से लेकर मर्डर तक; भोजपुर के कुख्यातों को STF ने दबोचा
कुख्यात सत्येंद्र पांडेय के खिलाफ भोजपुर के कोईलवर समेत अन्य थानों में हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत अन्य संगीन जुर्म में 15 मामले दर्ज हैं। वहीं, नीरज के खिलाफ जिले के कई थानों में तमाम आपराधिक मामलों में 11 कांड दर्ज हैं।
भोजपुर जिले के कुख्यात बालू माफिया सत्येंद्र पांडेय और उसके पुत्र नीरज पांडेय को एसटीएफ ने रविवार को धर दबोचा। दोनों को पटना के रूपसपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। पिता-पुत्र पांडेय नाम से गिरोह चलाता है और भोजपुर समेत आसपास के इलाकों में बालू के अवैध खनन ससे जुड़ा है। बाप-बेटे इस गिरोह के सरगना हैं। इसमें अन्य अपराधी भी शामिल हैं, जिसमें कुछ को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
गौरतलब है कि इन अपराधियों ने दो मई को सारण जिले के डोरीगंज के चकिया निवासी विकास महतो और सुदर्शन राय की हत्या कर दी थी। बालू के वर्चस्व की लड़ाई में यह हत्या की गई थी। कुख्यात सत्येंद्र पांडेय के खिलाफ भोजपुर के कोईलवर समेत अन्य थानों में हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत अन्य संगीन जुर्म में 15 मामले दर्ज हैं। वहीं, नीरज के खिलाफ जिले के कई थानों में तमाम आपराधिक मामलों में 11 कांड दर्ज हैं।
साल 2022 में कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक बालू घाट दोहरे हत्याकांड में भी दोनों का नाम आया था। इनकी मुख्य अदावत गुड्डू राय और विदेशी राय गिरोह से है। इन गिरोहों के बीच बालू घाट पर कब्जा, वर्चस्व और रंगदारी को लेकर अक्सर गोलीबारी भी होती रहती है। इसके लिए इनके द्वारा बकायदा गिरोह का संचालन भी किया जाता है। इनकी गिनती भोजपुर के टॉपटेन अपराधियों में की जाती है। पिछले साल भी दोनों को दोहरे हत्याकांड में एसएलआर सहित काफी संख्या में हथियार और गोलियों के साथ पकड़ा गया था।
तब उनके पास से एसएलआर के अलावा पांच राइफल, तीन पिस्टल, चार मैगजीन, 86 गोली और सात लाख रुपए भी बरामद किये गये थे। गिरोह के पांच अन्य सदस्य भी पकड़े गए थे। बता दें कि इस साल एक मई की रात वर्चस्व और रंगदारी को लेकर कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक गदहिया बालू घाट पर सत्येंद्र पांडेय और गुड्डू राय गिरोह के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी। उसमें सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र के चकिया गांव के दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि चकिया गांव का एक अन्य युवक जख्मी हो गया था। उसे लेकर मृतक विकास महतो के पिता हुंगी महतो की तहरीर पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।