Hindi Newsबिहार न्यूज़Fake currency printing in CSP exposed in Patna Bihar 10 lakh cash fake passport seized 2 arrested

भांडाफोड़ः सीएसपी की आड़ में छापते थे जाली नोट,दो गिरफ्तार; 10 लाख कैश और फेक पासपोर्ट जब्त

पुलिस ने छापेमारी के दौरान दुकान से 10 लाख रुपए से अधिक पांच-पांच सौ रुपये के जाली नोट के बंडल सरकारी योजनाओं का नकली फार्म, जाली पासपोर्ट, बॉन्ड पेपर, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, चेकबुक, पासबुक, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का कार्ड, मुख्यमंत्री सचिवालय का फर्जी पत्र जब्त किया।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाThu, 5 Sep 2024 11:27 AM
share Share

बिहार की राजधानी पटना में सीएसपी सेंटर की आड़ में नकली नोट छापने और कारोबार करने का खुलासा हुआ है। सालिमपुर थाना इलाके के रूकनपुरा गांव में एक जेनरल स्टोर और सीएसपी में नकली नोट की छपाई की जाती थी। सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी भी की जाती थी। पुलिस ने बुधवार को छापेमारी कर एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दुकानदार फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। मौके से दस लाख के नकली नोट और फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया है।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रोशन कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिल रही थी कि रूकनपुरा गांव स्थित मां कम्युनिकेशन नामक दुकान में जेनरल स्टोर और सीएसपी है, जहां नकली नोटों की छपाई की जाती है और फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाकर ठगी की जा रही है। इसके बाद एसडीपीओ बाढ़ दो के नेतृत्व में एक टीम गठित कर वहां छापेमारी की गई।

ये भी पढ़ें:तीन लाख असल नोट के बदले मिल रहे 19 लाख के जाली नोट

दुकान से 10 लाख रुपए से अधिक पांच-पांच सौ रुपये के जाली नोट के बंडल, इंदिरा आवास सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं का नकली फार्म, जाली पासपोर्ट, बॉन्ड पेपर, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, चेकबुक, पासबुक, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का कार्ड, मुख्यमंत्री सचिवालय का फर्जी पत्र सहित कई विभागों के फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद हुआ।

छापामारी कर रही पुलिस ने मौके से दुकानदार की पत्नी प्रियंका कुमारी और सहयोगी संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि दुकानदार प्रभात कुमार अपने दो सहयोगियों की मदद से लोगों को झांसा देकर ठगी करता था।

सीएसपी में सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से पैसा की वसूली के साथ ही इंदिरा आवास का फर्जी चेक लोगों को देता था। उसने कई लड़कियों को नौकरी लगाने के नाम पर 40 से 50 हजार रुपये की ठगी की है। इसकी जांच की जा रही है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें