Hindi Newsबिहार न्यूज़ED attaches properties worth 113 crore of Amit Katyal a close associate of RJD Supremo Lalu Yadav

लालू यादव के करीबी अमित कात्याल पर चला ED का डंडा, 113 करोड़ की संपत्ति कुर्क

  • प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फ्लैट खरीदारों के पैसों की हेराफेरी को लेकर दर्ज मुकदमों की जांच के बाद आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के करीबी अमित कात्याल और उनकी कंपनियों की कुल 113 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली है।

Ritesh Verma नई दिल्ली। भाषाThu, 8 Aug 2024 10:04 PM
share Share

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के कथित ‘करीबी सहयोगी’ अमित कात्याल और उनकी कंपनियों की कुल 113 करोड़ रुपए की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुर्क कर ली है। लालू के रेल मंत्री कार्यकाल के दौरान नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले की जांच के दौरान ईडी ने अमित कात्याल को पिछले साल गिरफ्तार किया था। अमित कात्याल के खिलाफ कुर्की की यह कार्रवाई फ्लैट खरीदारों के पैसों की हेराफेरी को लेकर दिल्ली-गुरुग्राम में दर्ज केस को लेकर हुई है जो लैंड फॉर जॉब घोटाला से अलग मामला है।

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में 70 एकड़ जमीन और फ्लैट, मुंबई में कुछ मकान, दिल्ली में एक फार्म हाउस और लगभग 113 करोड़ रुपये की जमा राशि के प्रमाण पत्र को धनशोधन निरोधक कानून के तहत कुर्क कर लिया गया है। ईडी ने कहा कि अमित कात्याल, क्रिश रियलटेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड के मामले में 113.03 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने के लिए 6 अगस्त को धनशोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत आदेश जारी किया गया था।

लैंड फॉर जॉब घोटाले में गिरफ्तार अमित कात्याल कौन है, तेजस्वी यादव से क्या हैं संबंध?

कुर्क संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 63 और 65 में 70 एकड़ जमीन, क्रिश प्रोविंस एस्टेट नामक रियल एस्टेट परियोजना में पांच फ्लैट और गुरुग्राम में क्रिश फ्लोरेंस एस्टेट में सात फ्लैट शामिल हैं जो बेनामी निदेशकों के नाम पर हैं। मुंबई में एक बेनामी कंपनी के दो फ्लैट भी कुर्क किए गए हैं। जोनापुर में आलीशान फार्म हाउस और दिल्ली में एक व्यावसायिक संपत्ति, सहयोगियों की 27 करोड़ रुपये की सावधि जमा रसीदें भी कुर्क संपत्तियों में शामिल हैं।

धनशोधन का यह मामला गुरुग्राम पुलिस और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी से निकला है। ईडी ने इस मामले में इस साल मार्च में छापेमारी की थी और दावा किया था कि उसने 200 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं।

अगला लेखऐप पर पढ़ें