बिहार के सभी जिलों में डीएसपी विशेष अपराध की होगी तैनाती, इन जिलों में हो गई बहाली
भागलपुर सहित नौ जिलों में पदस्थापना किए जाने की सूचना पुलिस मुख्यालय ने संबंधित जिलों को दी है। भागलपुर के अलावा सहरसा, दरभंगा, पटना, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, गया और सारण शामिल हैं।
बिहार में क्राइम कंट्रोल सिस्टम को मजबूत करने के लिए राज्य के सभी जिलों में डीएसपी (विशेष अपराध) की पदस्थापना होगी। सीआईडी के कमजोर वर्ग के तहत डीएसपी की पदस्थापना की जा रही है। भागलपुर सहित नौ जिलों में पदस्थापना किए जाने की सूचना पुलिस मुख्यालय ने संबंधित जिलों को दी है। भागलपुर के अलावा सहरसा, दरभंगा, पटना, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, गया और सारण शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय का कहना है कि इनके अलावा बाकी जिलों में फिलहाल डीएसपी (मुख्यालय) यह जिम्मेदारी निभाएंगे। डीएसपी (विशेष अपराध) के कार्य की बात करें तो उसके लिए कार्यशाला आयोजित कर उन्हें विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
हालांकि मोटे तौर पर यह बता दिया गया है कि उक्त डीएसपी कमजोर वर्ग के कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वयन का कार्य करेंगे। इसके लिए वे जिला पुलिस से संपर्क में रहेंगे। कमजोर वर्ग की बात करें तो बच्चे और महिलाओं के विरुद्ध अपराध के साथ ही एससी-एसटी जैसे मामले भी उसी वर्ग के तहत आते हैं। नव पदस्थापित पुलिस उपाधीक्षक को आवास और वाहन उपलब्ध कराने को लेकर भी पुलिस मुख्यालय ने जिलों को लिखा है। जल्द ही इसका असर भी दिखने लगेगा। अपराध होने पर लोग नये डीएसपी को तत्काल सूचित करेंगे जहां पुलिस बल तो त्वरित गति से भेजा जाएगा।
ह्यूमन ट्रैफिकिंग में समन्वय बनाएंगे डीएसपी
डीएसपी (विशेष अपराध) ह्यूमन ट्रैफिकिंग, बच्चों की गुमशुदगी और एससी-एसटी मामलों में जिला पुलिस को सहयोग करेंगे। इनकी मॉनिटरिंग सीआईडी के कमजोर वर्ग के द्वारा की जाती है, जिलों में पदस्थापित ये डीएसपी कमजोर वर्ग के प्रति ही जिम्मेदार होंगे। ह्यूमन ट्रैफिकिंग होने के कारण, उसमें होने वाली कार्रवाई, बच्चों की गुमशुदगी के बाद की कार्रवाई सहित अन्य बिंदुओं पर वे मुख्यालय और जिला पुलिस के बीच समन्वय बनाने का कार्य करेंगे।
बोले डीआईजी
पुलिस मुख्यालय की यह अच्छी पहल है। अलग से पदाधिकारी होने से कमजोर वर्ग के विभिन्न शाखाओं के कार्य में तेजी आएगी। मुख्यालय के निर्देश का पालन कराया जाएगा। - विवेक कुमार, आईजी