मात्र दो डिसमिल जमीन के लिए डबल मर्डर, पूर्णिया में सगे भाइयों की हत्याकांड का खुला राज
लोगों को अब भी ऐतबार नहीं हो रहा है कि महज दो डिसमिल जमीन के लिए कोई कैसे इतना हिंसक हो सकता है। परन्तु रत्ती भर जमीन के खातिर हैवानियत की लिखी गयी इस दास्तां को याद कर लोगों में अब भी सिहरन हो रहा है।
बिहार के पूर्णिया में महज दो डिसमिल जमीन के लिए दो भाइयों की जान चली गयी। सरसी के कचहरी बलुआ वार्ड नम्बर 10 में शुक्रवार शाम हुई दो भाईयों की हत्या की घटना से परिवार ही नहीं, बल्कि समूचे पंचायतवासी स्तब्ध हैं। लोगों को अब भी ऐतबार नहीं हो रहा है कि महज दो डिसमिल जमीन के लिए कोई कैसे इतना हिंसक हो सकता है। परन्तु रत्ती भर जमीन के खातिर हैवानियत की लिखी गयी इस दास्तां को याद कर लोगों में अब भी सिहरन हो रहा है। एक ग्रामीण ने बताया कि हमलावरों पर खून इस कदर सवार था कि जो दोनों भाइयों को छुड़ाने जाता, उसी पर धारदार हथियार से हमले हो रहे थे। इसी बीच- बचाव में मृतक दोनों भाइयों की पत्नी के साथ उनकी बहन सुमन देवी तथा जीजा सिंटू राम घायल होकर जीएमसीएच में इलाजरत हैं।
माता-पिता के बुढ़ापे का छीना सहारा
खेले गए खूनी खेल में जहां मृतकों के माता पिता के बुढ़ापे का सहारा छिन गया, वहीं बच्चों के सिर से पिता की साया उठ गयी। बताया जा रहा है कि तीन भाइयों में उपेन्द्र राम सबसे बड़ा, जबकि राजेन्द्र राम मंझला था। सबसे छोटा भाई सुशील राम दशहरा के बाद पंजाब मजदूरी करने चला गया। पंजाब तीनों भाई जाने वाले थे, परन्तु विधाता को कुछ और मंजूर था। परदेस जाकर मेहनत मजदूरी करने वाले दोनों भाई सदा के लिए इस दुनिया से रुखसत हो चले। ग्रामीणों की माने तो मारे गए दोनों भाई काफी अनुशासित थे। ऐसे में उनकी मौत से गांव के लोग गमजदा हैं। इस ग्रामीण ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम करा लिया गया है, परन्तु उनके अंतिम संस्कार के लिए छोटे भाई के घर लौटने का सभी इंतजार कर रहे हैं।
15 के खिलाफ नामजद प्राथमिकी
घटना के बाद मृतक के परिजनों ने सरसी थाना में 15 नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। सरसी थानाध्यक्ष मनीष चन्द्र ने बताया कि मृतक उपेन्द्र राम की पत्नी रंजन देवी के फर्द बयान पर पड़ोस के पांचू राम सहित चार भाइयों, पांचू राम के तीन एवं वीरेन्द्र राम के दो पुत्रों के साथ घर महिलाओं को नामजदों में शामिल किया गया है। नामजदों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इधर सहायक निदेशक स्वतंत्र कुमार के साथ पूर्णिया से पहुंची एफएसलएल की टीम ने घटना स्थल से एफएसएल मैटेरियल कलेक्ट किया है।
रात भर चली पुलिस छापेमारी
एक साथ दो हत्याओं से माहौल गरमाने लगा था, परन्तु घटना के तुरंत बाद पुलिस एक्शन से लोगो का गुस्सा शांत हुआ। एसपी कार्तिकेय के शर्मा के निर्देश पर बनमनखी एसडीपीओ हुलास कुमार के नेतृत्व में एक्टिव हुई पुलिस की टीम ने गांव समेत आसपास के क्षेत्र में रात भर छापेमारी की। सुबह होते-होते कुछ लोगों को पुलिस ने डिटेन कर लिया। एसडीपीओ ने बताया कि डिटेन किए गए लोगों की घटना में संलिप्तता को लेकर सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन के बाद कार्रवाई की जाएगी।