Hindi Newsबिहार न्यूज़Don think whether this bridge will be built or not Tejashwi said on the collapse of Agawani bridge for the third time

लगता नहीं ये ब्रिज बनेगा भी या नहीं, जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक हो; तीसरी बार अगुवानी पुल गिरने पर बोले तेजस्वी

तीसरी बारर अगुवानी पुल के गिरने की घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अब तो लगता है कि ये पुल बनेगा भी या नहीं। इस मामले पर पूर्व में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाSat, 17 Aug 2024 09:36 PM
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भागलपुर में बन रहे अगुवानी पुल के तीसरी बार गिरने की घटना के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। विपक्ष नीतीश सरकार को लगातार घेर रही है। वहीं इस मामले पर अब नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आगवानी पुल को लेकर राज्य सरकार से पूर्व में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की। साथ ही कहा कि अब मुझे नही लगता कि यह पुल बनेगा भी।

शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा है जिस समय पुल गिरा था उसे समय मैं मंत्री था। एक कमेटी बनी थी, और टेक्नीशियन की टीम आकर जांच करके गई थी। हमें पता नहीं कि उसकी रिपोर्ट आई या नहीं आई लेकिन मैं जहां तक समझता हूं। कि अभी जो मंत्री बने हैं हमें नहीं लगता कि एक बार भी उन्होंने इस मामले में कुछ समीक्षा बैठक भी की है। हम जब थे तब हम लोगों ने जांच कमेटी बनाई थी। और रिव्यू मीटिंग भी की थी। हमारे समय में निर्णय हुआ था इस पुल को तोड़कर फिर नया डिजाइन बनाकर बनाया जाएगा। लेकिन अब क्या हुआ रिपोर्ट का हमें पता नहीं है। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि उस रिपोर्ट का क्या हुआ?

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तेजस्वी ने कहा कि निश्चित तौर पर पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए पुल-पुलिया और मेगा पुल सब नीतीश कुमार के राज में गिर रहे हैं। लेकिन मैं स्पष्ट करता हूं इस मामले में कठोर कार्रवाई हो चाहे जो भी दोषी हो। वहीं नीतीश कुमार के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के दिन लालू परिवार पर हमले किए जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि छोड़िए उनके बारे में क्या कहना है हमारे गार्जियन हैं। हमारे अभिभावक हैं और अगर हमारे और हमारे परिवार को गाली देने से उनको खुशी होती है तो यह खुशी आप लोग क्यों छीन रहे हैं। लेकिन यह परंपरा नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री हों, चाहे राष्ट्रपति हों चाहे मुख्यमंत्री हों, उस दिन किसी पर व्यक्तिगत कटाक्ष नहीं करना चाहिए। आपको बता दें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था, कि बिहार को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। और नीतीश कुमार कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं।

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