स्कूल में सरस्वती पूजा को लेकर विवाद, 8वीं के छात्र ने चचेरे भाई को गोली मारी
अररिया जिले के एक सरकारी स्कूल में 8वीं का छात्र बंदूक लेकर पहुंच गया। सरस्वती पूजा को लेकर विवाद हुआ तो उसने कक्षा 6 में पढ़ने वाले अपने चचेरे भाई को गोली मार दी।
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बिहार के स्कूली बच्चों में गन कल्चर चिंता का विषय बनता जा रहा है। ताजा मामला कटिहार जिले से आया है। यहां 8वीं के छात्र ने स्कूल में अपने चचेरे भाई को गोली मार दी और फिर भाग गया। सरस्वती पूजा के आयोजन को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। घायल छात्र को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे पूर्णिया रेफर कर दिया गया। घायल छात्र कक्षा 6 में पढ़ाई करता है।
यह घटना रौतारा थाना क्षेत्र के एक गांव में स्थित सरकारी स्कूल में हुई। सरस्वती जा की तैयारी को लेकर स्कूल में रविवार को तैयारी चल रही थी। तभी कक्षा 8 में पढ़ाई करने वाले 15 वर्षीय छात्र ने छठवीं के एक 11 साल के छात्र को गोली मार दी। गोली मारने के बाद छात्र पिस्टल लेकर फरार हो गया। दोनों आपस में चचेरे भाई हैं। गोली लगने से घायल छात्र को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे पूर्णिया के जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है।
डॉक्टर सौरभ ने बताया कि गोली बच्चे के सीने और पेट के बीच में लगते हुए आरपार हो गई है। बच्चे का काफी खून बहा है। घायल छात्र की मां ने बताया कि स्कूल में सरस्वती पूजा की तैयारी चल रही थी। बेटा भी दूसरे बच्चों की तरह स्कूल में पूजा की तैयारी में लगा था। अचानक भतीजे ने उनके बेटे पर गोली चला दी और फायरिंग के बाद पिस्टल लेकर भाग गया। थानाध्यक्ष सोनू कुमार ने बताया कि आरोपी के घर पर छापेमारी की गई, लेकिन छात्र पिस्तौल लेकर फरार हो गया है। उसे पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। दोनों चचेरे भाइयों में पूजा पंडाल में सजावट को लेकर विवाद हुआ था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि सभी लोग पूजा पंडाल में सजावट कर रहे थे। तभी एक छात्र ने दूसरे को अचानक गोली मार दी। इससे मौके पर अफरातफरी मच गई। आसपास खड़े अन्य बच्चे डर का मारे चीखने लगे और आरोपी छात्र वहां से भाग निकला।
स्कूल में नहीं था कोई टीचर
थानाध्यक्ष ने एचटी से फोन पर बातचीत में कहा कि घटना के वक्त स्कूल में कोई शिक्षक नहीं था। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है कि छात्र के पास हथियार कहां से आया। उन्होंने इस घटना में स्कूल प्रशासन की भूमिका को भी जांच के दायरे में रखा है।
बता दें कि हाल के महीनों में स्कूली बच्चों में बंदूक रखने की प्रवृत्ति बढ़ी है। बीते जुलाई में सुपौल जिले में नर्सरी एक छात्र ने तीसरी कक्षा के स्टूडेंट को गोली मार दी थी। सितंबर महीने में अरवल जिले के एक स्कूल में 9वीं की दो छात्राएं स्कूल बैग में गन लेकर पहुंच गईं। इसके बाद गया जिले के शेरघाटी में एक छात्र अपने साथियों पर रौब जमाने के लिए देसी कट्टा लेकर स्कूल पहुंच गया था।