आफत! पटना के इन 20 इलाकों में डेंगू फैलाने वाले मच्छर, PMCH और NMCH में भी मिला लार्वा
Dengue : शहर के विभिन्न इलाकों के अलावा जांच टीम पीएमसीएच और एनएमसीएच भी गई थी। यहां भी जांच के दौरान लार्वा पाए गए हैं। पीएमसीएच और एनएमसीएच के वैसे जगहों पर लार्वा मिले हैं, जहां निर्माण की वजह से हुए गड्ढों में पानी जमा हैं।
Dengue : पटना शहर के 20 इलाकों में भारी मात्रा में डेंगू फैलाने वाले मच्छर मादा एडीज के लार्वा मिले हैं। सभी हॉटस्पॉट वाले इलाकों में लार्वा पाए गए हैं। इनमें जलजमाव वाले स्थान रेलवे स्टेशन, स्कूल, अस्पताल, अपार्टमेंट, निर्माण वाले क्षेत्र शामिल हैं। दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बार्न डीजिज की टीम ने इतनी मात्रा में लार्वा देख चिंता जताई। साथ ही स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों से कहा है कि बीमारी पर नियंत्रण और लार्वा नष्ट करने के लिए ठोस उपाय करें, नहीं तो यह विकराल रूप धारण कर सकता है। चार दिनों तक शहर के अलग-अलग इलाकों का दौरा करने के बाद टीम शनिवार को दिल्ली लौट गई। जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. सुभाष प्रसाद ने बताया कि केंद्रीय टीम ने नगर निगम के सभी अंचलों का निरीक्षण किया है। एक अंचल के औसतन तीन से चार अतिसंवेदनशील जगहों का निरीक्षण किया। शहर में जो इलाके डेंगू को लेकर हॉटस्पॉट घोषित हैं, वहां मच्छरों के लार्वा अधिक पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम बीमारी पर नियंत्रण के लिए हरसंभव उपाय कर रहा है, लेकिन लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव नियमित हो रहा है।
इन इलाकों में मिला लार्वा
कंकड़बाग अंचल के महात्मा गांधीनगर, भूतनाथ रोड, भागवतनगर, रामकृष्णानगर, अजीमाबाद अंचल की विस्कोमान कॉलोनी, तुलसी मंडी, बड़ी पहाड़ी, आलमगंज, बांकीपुर अंचल के कस्तूरबानगर, केला मंडी, मुसल्लहपुर हाट, महेंद्रू, नूतन राजधानी अंचल के मीठापुर, जनता रोड, आयकर गोलंबर के आसपास के इलाके, पाटलिपुत्र अंचल के जगदेव पथ और आशियाना मोड़ तथा पटना सिटी अंचल की झुनझुनवाला लेन, बेगमपुर और झावगंज में काफी मात्रा में लार्वा मिले हैं। बाजार समिति में भी डेंगू के मच्छर होने की आशंका जताई गई है।
छिड़काव के लिए निगम की 375 टीमें गठित
गौर हो कि नगर निगम ने एंटी लार्वा का छिड़काव करने के लिए 375 टीमें बनाई हैं। निगम के सभी 75 वार्ड में 52 टेंपो फॉगिंग मशीन से छिड़काव किया जा रहा है। हालांकि फॉगिंग अभियान में लगे अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक वार्ड में कम से कम एक फॉगिंग गाड़ी की जरूरत है।
पीएमसीएच और एनएमसीएच में भी मिले लार्वा
शहर के विभिन्न इलाकों के अलावा जांच टीम पीएमसीएच और एनएमसीएच भी गई थी। यहां भी जांच के दौरान लार्वा पाए गए हैं। पीएमसीएच और एनएमसीएच के वैसे जगहों पर लार्वा मिले हैं, जहां निर्माण की वजह से हुए गड्ढों में पानी जमा हैं।
गमलों में भी पनप रहे मादा एडीज मच्छर
डेंगू फैलाने वाले मच्छर मादा एडीज का लार्वा घर, अपार्टमेंट, सरकारी दफ्तर या निजी संस्थानों में रखे गमले में भी पनप रहे हैं। केंद्रीय टीम ने राजेंद्रनगर टर्मिनल, गर्दनीबाग बालिका विद्यालय, बाजार समिति समेत कई इलाकों में परीक्षण के बाद पानी में लार्वा पाया। टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि ऐसे गमले जिनमें पानी का ठहराव हो रहा है, उनमें तीन से चार दिनों के अंदर एडीज मच्छर का लार्वा पाया जा रहा है।
कंकड़बाग, बांकीपुर, गर्दनीबाग के कई अपार्टमेंट में भी ऐसी शिकायत मिली है। जिस गमले में पानी का ठहराव नहीं हो रहा है तथा समय-समय पर उसकी सफाई हो रही है वहां मच्छर का लार्वा पनपने की आशंका बहुत कम है। सरकारी दफ्तरों में रखे गमले में अक्सर ऐसी शिकायत है, क्योंकि बरसात का पानी उसमें ठहराव हो रहा है।
47 नए मरीज मिले
पटना जिले में शनिवार डेंगू के 47 नए मरीज मिले हैं। इनमें पटना शहरी क्षेत्र में 40 और ग्रामीण इलाकों में सात डेंगू मरीज मिलने पर कुल संख्या 680 हो गई। कंकड़बाग अंचल में डेंगू के 14 मरीज मिले। पाटलिपुत्र अंचल और पटना सिटी अंचल में आठ-आठ, जबकि अजीमाबाद-बांकीपुर अंचल में चार-चार तो नूतन राजधानी अंचल में दो मरीज मिले हैं। पटना से सटे संपतचक में तीन डेंगू मरीज मिले हैं।
बाढ़, दनियावां, दानापुर, मसौढ़ी में एक-एक डेंगू मरीज मिले हैं। इसके पहले शुक्रवार को जिले में 59 और गुरुवार को 34 मरीज मिले थे। सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉ.एसके गुप्ता कहते हैं कि लोगों को पूरे बदन ढंकने वाले कपड़े पहनने चाहिए। घरों में मच्छर अगरबत्ती आदि का उपयोग करना चाहिए। वहीं, पूरे राज्य में 102 नए डेंगू मरीज मिले हैं। इस तरह राज्यभर में कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 1637 पहुंच चुकी है।