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महिलाओं ने बैंक के सामने किया विरोध प्रदर्शन

अलीनगर | संवाद सूत्र प्रखंड की अधलोआम पंचायत के लहरपुर-पिपरपांति गांव की दर्जनों महिलाएं...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाTue, 23 March 2021 10:11 PM
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अलीनगर | संवाद सूत्र

प्रखंड की अधलोआम पंचायत के लहरपुर-पिपरपांति गांव की दर्जनों महिलाएं मंगलवार को तुमौल गांव स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक शाखा का घेराव कर शाखा प्रबंधक और बिचौलियों के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं जमकर हंगामा किया। शाखा प्रबंधक रंजीत कुमार ने आक्रोशित महिलाओं को काफी मशक्कत के बाद समझा-बुझाकर शांत कराया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि बारह-तेरह साल पहले वे लोग स्वयं सहायता समूह चला रहे थे। बैंकों एवं अन्य एनजीओ के परामर्श पर हम चार-पांच समूह जिनमें लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह, महिला, अकबर, मूरली और कन्हैया स्वयं सहायता समूह शामिल है जिनकी अगुआई गांव के ही पुलकित मुखिया, राजकुमार पासवान और राजेन्द्र सदा सहित अन्य लोग कर रहे थे। शुरूआती दौड़ में समूह का खाता खुलवाने के नाम पर प्रति समूह के चौदह महिलाओं से पांच-पांच सौ रुपये जमा कराया गया। इसके बाद प्रति माह एक सौ रुपया जमा करता रहा। तीन माह तक रस्सी, टोकरी, डलिया सहित अन्य सामान बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। बाद में आरोपित द्वारा कई कागजातों पर अंगूठा लेकर खानापूरी की गयी। उन लोगों को सही से कुछ बताया नहीं जा रहा था। उस समय कुछ पैसा निकालने के बाद प्रति सदस्य को चार हजार और अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष को पांच-पांच हजार रुपया यह कहकर दिया गया इसका कोई ब्याज नहीं लगेगा। समूह का पासबुक भी उन्हीं आरोपितों ने जप्त कर रखा था। बाद में जबकि पहला ऋण वर्ष 2008 में लिया गया था उसके बाद कई बार में ढाई-ढाई लाख की निकासी की गई। बाद में उसमें कुछ-कुछ पैसा बैंक को लौटाया भी गया था। जिनमें शाखा प्रबंधक द्वारा अंतिम बार वर्ष 2013 में पंद्रह सौ रुपया बैंक को जमा होने की बात बतायी गयी। अब जबकि तीन दिन पहले कोर्ट से कुल पांच समूह की किसी महिलाओं के घर 68 हजार तो किसी के घर 46 हजार सहित सूद की राशि जमा कराने का नोटिस थमाया गया तो सभी अचंभित रह गए। महिलाओं ने पहले आरोपितों के घर जाकर हंगामा किया तो उसे पासबुक दिया गया। इधर, शाखा प्रबंधक रंजीत कुमार ने बताया कि मामला काफी पुराना है। जांच का विषय है। वैसे शाखा प्रबंधक अथवा कैशियर द्वारा बिना खाताधारी के हस्ताक्षर अथवा अंगूठा के निशान पर राशि नहीं दिया गया होगा। वैसे वापस जमा करनेवाला कौन होगा यह जांच का विषय हो सकता है। लेकिन बिना पुलिस केस के वह पिछला कोई फाइल आम लोगों को समर्पित नहीं कर सकता है। जबकि इस विषय में पूछते ही शाखा के कैशियर में हड़बड़ाहट जरुर देखी गई।मौके पर मौजूद बूढी राजकुमारी देवी ने बताया कि परिजनों से छुपाकर उस खाता में कुछ पैसा जमा किया था। लेकिन कुछ भी मिलने की जगह खुद का पैसा भी गायब कर दिया गया। पवित्री देवी, सुमित्रा देवी, विनीता देवी, फुलिया देवी, रेणू देवी, श्यामदाय देवी, जानकी देवी, इंमा देवी, संझा देवी, समुद्री देवी, शीला देवी, बबीता देवी, विमला देवी सहित अन्य ने भी रोते हुए अपना दुखरा सुनाया। वहीं आरोपित बिचौलिया एवं बैंक कर्मी के विरुद्ध सरकार से कार्रवाई की मांग की है। वहीं आरोपित व्यक्ति से उसका पक्ष जानने का प्रयास

विफल रहा।

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