चोर गिरोह के अंतरजिला के चार अपराधियों को पुलिस ने दबोचा
बेनीपुर में बहेड़ा पुलिस ने अंतरजिला चोर गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पिछले दो महीने से बेनीपुर क्षेत्र में सक्रिय था। गिरफ्तार आरोपियों से एक देसी कट्टा, कारतूस, बाइक, और अन्य...
बेनीपुर। बहेड़ा पुलिस को अंतरजिला चोर गिरोह के चार शातिरों को पकड़ने में सफलता मिली है। यह जानकारी गुरुवार को बहेड़ा थाना पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीपीओ आशुतोष कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि बहेड़ा पुलिस ने टीम बनाकर पूरे मामले का खुलासा गुप्त सूचना के आधार पर किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो माह से चोर गिरोह का आतंक बेनीपुर क्षेत्र में काफी बढ़ गया था। उसे रोकने के लिए पुलिस की टीम बनायी गयी थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार हुए सभी शातिर मधुबनी जिले के रहने वाले हैं और बेनीपुर नगर परिषद क्षेत्र के डखराम मोहल्ले में भाड़े के मकान में रहते थे। उन्होंने बताया कि चोर गिरोह के मोस्ट वांटेड मंगल साह मधुबनी जिले के लहेरियागंज, बिस्फी पतौना थाने के सोहास निवासी अरुण यादव के पुत्र अमित कुमार यादव, रहिका थाने के मारड़ गांव निवासी धनिक लाल पासवान व मधुबनी नगर थाने के किशोरलाल चौक निवासी दीपक कुमार को डखराम स्थित एक व्यक्ति के मकान में भाड़ेदार के रूप में रहने की सूचना एवं बड़ी घटना को अंजाम देने की गुप्त सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि उक्त गिरफ्तार बदमाशों के पास से तलाशी के दौरान एक देसी कट्टा, 15 कारतूस, तीन बाइक, एक लाख 56 हजार 586 रुपए नगद, नौ मोबाइल फोन, ताला तोड़ने वाला रॉड, चांदी के 22 सिक्के, चांदी की बिछिया-हनुमानी, चांदी का एक ग्लास, अन्य व्यक्ति का एक पासबुक, अन्य व्यक्ति का एक आधार कार्ड, गहनों के दर्जनों खाली डब्बे, एक लैपटॉप, एक पुराना कैमरा, चांदी की चार जोड़ी पायल, तीन छोटा टॉर्च, दो हैंड पर्स, चार घड़ी, चांदी की पांच व सोने की एक अंगूठी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि एक देसी कट्टे के साथ भारी मात्रा में कारतूस बरामद होना साबित करता है कि ये अपराधी बंद घरों को निशाना बनाने के साथ लोगों को डराने-धमकाने में भी पीछे नहीं रहते होंगे। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चार अपराधियों के साथ एक अन्य भी था जो भागने में सफल रहा। उसकी भी गिरफ्तारी शीघ्र होगी। उन्होंने बताया कि मामले में त्वरित कारवाई होगी। उन्होंने बताया कि छापामार दल में बहेड़ा थाना अध्यक्ष सीके गौरी, दारोगा रंजीत कुमार सिंह, दिव्या कुमारी, रजनी कुमारी व रंजय कुमार सिंह के अलावा सशस्त्र पुलिस बल एवं जिला तकनीकी इकाई के सदस्य शामिल थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। अपराधी मंगल साह हत्या एवं डकैती मामले में पूर्व में जेल जा चुका है जबकि अमित कुमार यादव वर्तमान में मधुबनी में दर्ज कांड में फरार चल रहा है। अन्य दो अपराधी धनिक लाल पासवान एवं दीपक कुमार का भी आपराधिक इतिहास होने की बात प्रकाश में आई है, जिसके संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।
एसडीपीओ ने बताया कि जिस भी जगह कोई भी मकान मालिक किसी भी भाड़ेदार को रखता है तो उसका सत्यापन आधार कार्ड से कर लें तथा पुलिस को भी इसकी सूचना दें। उन्होंने बताया कि चोरी की घटना होने पर लोगों को समय से पुलिस की जानकारी दें तथा चोरी के बाद किसी तरह से घटनास्थल से छेड़छाड़ नहीं करें। ऐसा होने पर फिंगरप्रिंट लेने वाली टीम को सहूलियत होगी तथा शातिर को पकड़ने में काफी सहयोग मिलेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी जानकारी पुलिस को घटना के बाद आवेदन देकर भी करें, जिससे घटना उद्वेदन के साथ अन्य कार्रवाई भी समुचित तरीके से हो सके। उन्होंने बताया कि इस कांड के उद्वेदन में शामिल पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करने के लिए एसएसपी से अनुशंसा की जाएगी।
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