वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना महत्वाकांक्षी कदम
जिले के हजारों लोग परदेस में रह रहे हैं। उनका राशन कार्ड जिले में बना है लेकिन परदेस में रहने के कारण राशन से वंचित हो रहे हैं। वैसे प्रवासी मजदूरों के लिए वन नेशन-वन राशन कार्ड (ओएनओआरसी)...
जिले के हजारों लोग परदेस में रह रहे हैं। उनका राशन कार्ड जिले में बना है लेकिन परदेस में रहने के कारण राशन से वंचित हो रहे हैं। वैसे प्रवासी मजदूरों के लिए वन नेशन-वन राशन कार्ड (ओएनओआरसी) महत्वाकांक्षी कदम होगा। जिले के कुशेश्वरस्थान, किरतपुर, गौड़ाबौराम, जाले, सिंहवाड़ा, केवटी, बहादुरपुर आदि प्रखंडों से बड़ी संख्या में लोग सीजनल पलायन करते हैं। उन्हें ओएनओआरसी से राहत
मिल सकेगी।
मधपुर के अखिलेश कुमार सिंह का कहना है कि कुछ ओएनओआरसी में कुछ व्यवहारिक दिक्कतें भी हैं। अगर कोई मजदूर दिल्ली में रहता है और उसका परिवार दरभंगा में तो ऐसी स्थिति में अगर मजदूर दिल्ली में राशन का उठाव कर लेता है तो यहां उसका परिवार भुखमरी का शिकार हो सकता है। वहीं एक जविप्र विक्रेता का कहना है कि ओएनआरसी के बाद लोग किसी दुकान से सामान ले सकते हैं। किसी खास दुकान की ओर लोगों का अत्याधिक झुकाव हो जाता है तो दूसरे जविप्र विक्रेता प्रभावित होंगे। एक डीलर राशन का उठाव किस तरह करेगा। सीमित उठाव के बाद वह दूसरे कार्डधारकों को राशन की आपूर्ति कैसे कर पाएगा। इन व्यवहारिक कठिनाइयों का समाधान खोजना होगा।
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