शव गृह के अभाव में वार्ड में ही घंटों पडे़ रहते हैं शव
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद शवों को रखने के लिए डीएमसीएच में अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी...
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद शवों को रखने के लिए डीएमसीएच में अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है। अस्पताल की स्थापना के कई दशकों बाद भी डीएमसीएच में शव गृह नहीं बन सका है। आम दिनों में तो परिजन मौत के बाद शवों को दाह संस्कार के लिए ले जाया करते थे। इस वजह से कोई खास परेशानी नहीं होती थी। कोरोना काल में शव गृह के अभाव में काफी परेशानी सामने आ रही है। मधुबनी के कोरोना संक्रमित मरीज की मौत सुबह में हुई थी। कई घंटों तक उनका शव वार्ड में ही पड़ा रहा। इस वजह से वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों की सांसें घंटों अटकी रही। इससे पूर्व भी राजकुमारगंज के मरीज का शव घंटों एंबुलेंस में पड़ा रहा था। अस्पताल अधीक्षक डॉ़ राज रंजन प्रसाद ने डीएमसीएच में अस्थायी शव गृह बनाने के लिए बीएमएसआईसीएल से अनुरोध किया था। इस दिशा में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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