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आवारा कुत्तों का झुंड देखकर सहम गए मरीज, बदला रास्ता

दरभंगा में डीएमसीएच की तरफ जाने वाली सड़क पर मंगलवार को आवारा कुत्तों की फौज ने लोगों में दहशत फैला दी। कुत्तों को देखकर लोग रास्ता बदलने लगे। अस्पताल परिसर खुला होने के कारण आवारा पशुओं की संख्या बढ़...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाWed, 4 Dec 2024 12:51 AM
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दरभंगा। डीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय की ओर जाने वाली सड़क पर मंगलवार की दोपहर अचानक आवारा कुत्तों की फौज के उतर जाने से उधर से गुजरने वाले लोगों में दहशदत फैल गई। आवारा कुत्तों को अपनी ओर बढ़ते देख लोग आनन-फानन में रास्ता बदलने लगे। इस डर से कि कहीं आवारा कुत्तों ने उन्हें अपना शिकार बना लिया तो लेने के देने पड़ सकते हैं। काफी देर तक आवारा कुत्ते बीच सड़क पर जमे रहे। इस दौरान लोग उधर से गुजरने की हिम्मत नहीं जुटा सके। आवारा कुत्तों के शिकार होने पर इलाज के लिए सरकार की ओर से वैक्सीन के एवज में काफी राशि खर्च करनी पड़ती है। बावजूद इसके आवारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम के अलावा अन्य एजेंसियों के पास कोई योजना नहीं है। रोज सैकड़ों मरीज इलाज के लिए डीएमसीएच आते हैं। अधिकारी तो अपनी चमचमाती गाड़ियों में सकुशल आगे बढ़ जाते हैं, पैदल चलने वाले मरीज बीच सड़क पर आवारा कुत्तों को देखकर सहम जाते हैं।

बता दें कि डीएमसीएच परिसर चारों ओर से खुला हुआ है। चहारदीवारी के अभाव में परिसर में पूरे दिन आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। सुरक्षा एजेंसी को परिसर से आवारा पशुओं को बाहर भगाने की जिम्मेदारी दी गई है। आवारा कुत्तों की फौज देखकर वे भी उन्हें छेड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। अपने पिता का इलाज करा रही युवती सना परवीन ने बताया कि वह जांच रिपोर्ट लेने धोबी घाट जा रही थी। रास्ते के बीचोबीच खड़े करीब एक दर्जन आवारा कुत्तों को देख वह आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। लोगों से पूछने के बाद उसे दूसरे रास्ते से

जाना पड़ा।

कादिराबाद के शंभु कुमार ने बताया कि पूरे परिसर में आवारा पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। उन पर लगाम लगाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। आवारा कुत्तों का शिकार होने की कोई बड़ी घटना सामने आती है तो उनपर लगाम कसने का आश्वासन दिया जाता है। मामला ढंडा होते ही बात खत्म हो जाती है। कम से कम अस्पताल परिसर को आवारा पशुओं से मुक्त कराने की जिम्मेदारी एजेंसियों की बनती है।

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