दरभंगा में भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद
लहेरियासराय | संवाद सूत्र एसएससी बाबू राम की अगुवाई में जिला पुलिस ने बुधवार...
लहेरियासराय | संवाद सूत्र
एसएससी बाबू राम की अगुवाई में जिला पुलिस ने बुधवार को ड्रग माफियाओं के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाएं जब्त की गई हैं। आठ लाख 23 हजार नगद रुपये के साथ कई नशीली दवा विक्रेताओं को भी हिरासत में लिया गया है। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि बेंता ओपी क्षेत्र के अयाचीनगर में प्रभात कुमार अपने घर में भारी मात्रा में नशीली दवा रखे हुए है। इसकी बिक्री वह अवैध रूप से करता है। इसी जानकारी पर एसएससी ने सिटी एसपी अशोक कुमार प्रसाद व अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ प्रभात कुमार के घर छापेमारी की। प्रभात के घर से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद की गई। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने सहायक औषधि नियंत्रक नजीर्बुर रहमान को इस बात की जानकारी दी। उसके बाद वे अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। खबर लिखे जाने तक प्रभात के घर से जब्त दवाओं की सूची बनाई जा रही थी। पूरे मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी ने बताया कि प्रभात कुमार बिरौल थाना क्षेत्र के निशिहारा गांव का रहने वाला है। वह फिलहाल अयाची नगर में अपना मकान बनाकर रहता है। वह पहले अललपट्टी में दवा की दुकान चलाता था। उसका लाइसेंस वर्ष 2014 में ही समाप्त हो गया था। उसके बाद उसने प्रतिबंधित दवा बेचना शुरू कर दिया। वह पटना के गोविंद मित्रा रोड से बिना बिल के प्रतिबंधित दवा लाता था और शहर के विभिन्न दुकानदारों को सप्लाई करता था। इसके अलावा वह लफंगों के माध्यम से भी दवा बेचवाने का काम करता था। उसे हिरासत में ले लिया गया।
कई दवा दुकानों में की गयी छापेमारी:
सिटी एसपी ने बताया कि जब प्रभात कुमार से पूछा गया कि वह कहां-कहां दवा सप्लाई करता है तो उसने ओम फार्मास्यूटिकल का नाम बताया। इसके अलावा साधना मेडिकल हॉल का भी नाम बताया। पुलिस ने ओम फार्मास्यूटिकल में छापेमारी की। वहां से भी भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद हुई। उन्होंने बताया कि ओम फार्मा का लाइसेंस जया श्रीवास्तव के नाम से है। उसके पति मंजय अमित दुकान का संचालन करते हैं। उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा प्रभात कुमार के यहां दवा लेने पहुंचे नाका नं.5 के पास के रहने वाले जुबेर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा दो-तीन लड़के फरार हो गये। उनकी भी तलाश की जा रही है। एसपी ने बताया कि जब पुलिस की टीम साधना मेडिकल हॉल में छापेमारी करने पहुंची तो वह दुकान बंद पायी गयी। उसे सहायक औषधि नियंत्रक ने सील कर दिया। इधर, पुलिस द्वारा बड़े ड्रग माफिया पर कार्रवाई होने से नशीली दवा बेचने वालों में हड़कंप मच गया है। जितने भी नशीली दवाओं के विक्रेता थे उसमें से कई विक्रेताओं ने अपनी दुकान बंद कर दी। कुछ विक्रेताओं ने प्रतिबंधित दवा को अपनी दुकान से दूसरी जगह रख दिया। छापेमारी में बेंता ओपी के प्रभारी थानाध्यक्ष अकमल खुर्शीद, औषधि निरीक्षक आदिल हसन तारीक व मीतू बाला के अलावा विशेष पुलिस की टीम शामिल थी।
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