सिंडिकेट की बैठक में बजट को स्वीकृति
दरभंगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक हुई। इसमें 2025-26 के बजट को स्वीकृति दी गई और विभिन्न समितियों के निर्णयों...

दरभंगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में शनिवार को सिंडिकेट की बैठक आयोजित हुई। इसमें सिंडिकेट ने विवि के वर्ष 2025-26 के बजट को स्वीकृति देते हुए विभिन्न समितियों के निर्णयों पर मुहर लगा दी। संबंधन समिति के निर्णय को तत्काल स्थगित रखा गया है। बैठक में 23 मार्च को होने वाली सीनेट को लेकर विमर्श हुआ।
बैठक के आरंभ में सिंडिकेट की गत 27 अप्रैल 2024 को आयोजित बैठक की कार्यवाही एवं कार्यान्वयन प्रतिवेदन पर सदस्यों ने चर्चा की और इसे संपुष्ट कर दिया। कुलपति प्रो. पांडेय ने सिंडिकेट को बताया कि विवि प्रशासन के अनुरोध पर राजभवन से 23 मार्च को सीनेट की वार्षिक बैठक आयोजित करने की स्वीकृति मिली है तथा सीनेट की अध्यक्षता के लिए कुलपति को अधिकृत किया गया है। बैठक में सीनेट के आयोजन को लेकर सदस्यों से विस्तार से चर्चा हुई। इसके बाद विवि की विभिन्न परिनियमित समितियों में लिए गए निर्णयों को स्वीकृति के लिए रखा गया।
चार मार्च को आयोजित वित्त समिति से पारित बजट पर विमर्श करते हुए सिंडिकेट ने सर्वसम्मति से इसे स्वीकृत कर दिया। बजट में वित्तीय वर्ष में कुल चार अरब 42 करोड़ 75 लाख 51 हजार 220 रुपये व्यय का अनुमान है, जबकि विवि के आंतरिक स्रोतों एवं स्ववित्त पोषित संस्थानों से दो करोड़ 45 हजार 778 रुपये आय का अनुमान किया गया है। इस तरह कुल चार अरब 40 करोड़ 75 लाख पांच हजार 442 रुपये घाटे के बजट को स्वीकृत किया गया है। चार मार्च को ही आयोजित क्रय-विक्रय समिति के निर्णयों को भी स्वीकृति दी गई।
विद्वत परिषद की गत तीन अगस्त 2024 को आयोजित बैठक में आधुनिक ज्ञान विज्ञान संकाय की स्थापना, ललित कला विभाग को पुन: प्रारंभ करने, ज्योतिष व वैदिक पद्धतियों का पेटेंट कराने सहित अन्य निर्णयों पर भी सिंडिकेट ने मुहर लगा दी। डीएसडब्ल्यू डॉ. शिवलोचन झा ने बताया कि एक दर्जन से अधिक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को शुरू करने का प्रस्ताव है। नए पाठ्यक्रमों में स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी डिप्लोमा स्तर के कई आधुनिक पाठ्यक्रमों को प्रारंभ किया जाएगा। संबंधन समिति के निर्णयों को सिंडिकेट की स्वीकृति नहीं मिल सकी। निर्णय हुआ कि संबंधन समिति की पुन: बैठक आयोजित की जाएगी।
बैठक में विवि मुख्यालय के लिए एक विधि पदाधिकारी तथा एक अभियंता की नियुक्ति के प्रस्ताव पर सहमति बनी। पूर्व अभियंता नरेंद्रनाथ झा के बकाया भुगतान तथा अखिल भारतीय संस्कृत हिंदी विद्यापीठ की चतुर्थ वर्गीय कर्मी मीरा कुमारी के स्वैच्छिक सेवानिवृति के प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया गया। बैठक में कुलसचिव डॉ. ब्रजेश पति त्रिपाठी, डीएसडब्ल्यू डॉ. शिवलोचन झा, कुलानुशासक डॉ. पुरेंद्र वारिक, बेनीपुर विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी, पूर्व एमएलसी डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, दर्शन विभागाध्यक्ष डॉ. धीरज कुमार पांडेय, धर्मशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार झा, प्रधानाचार्य डॉ. विनय कुमार सिंह, एफए इंद्र कुमार, एफओ जानकी रमण निधि, बजट पदाधिकारी डॉ. पवन कुमार झा, शकुंतला गुप्ता व रूदल राय उपस्थित थे।
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