छह स्टार्टअप को उद्योग विभाग से मिला अनुदान
दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीसीई) ने मिथिला क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए छह स्टार्टअप्स को 10 लाख रुपये का बीज अनुदान प्रदान किया है। इन स्टार्टअप्स ने बिहार सरकार की स्टार्टअप नीति के...
दरभंगा। दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीसीई) ने मिथिला क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। डीसीई के स्टार्टअप सेल और एमआईआईटीआईई इनक्यूबेशन सेंटर के मार्गदर्शन में छह होनहार स्टार्टअप्स ने बिहार सरकार के उद्योग विभाग के तहत संचालित स्टार्टअप बिहार नीति के तहत 10-10 लाख का बीज अनुदान प्राप्त कर अपनी काबिलियत साबित की है। अनुदान प्राप्त करने वाले स्टार्टअप संस्थापक हिरदेश, केए फारूकी, तुषार, ऋत्विक, आलोक कुमार और हर्ष राजपूत ने अपनी अद्वितीय सोच और उद्यमशीलता से इस सफलता को हासिल किया। इससे पहले भी तीन अन्य स्टार्टअप्स ने इसी नीति के तहत 10 लाख का अनुदान प्राप्त किया था, जो मिथिला क्षेत्र में डीसीई के नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डीसीई के महत्वपूर्ण भाग एमआईआईटीआईई इनक्यूबेशन सेंटर ने मिथिला क्षेत्र में उद्यमशीलता का माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह केंद्र नए विचारों को सफल व्यवसायों में बदलने के लिए मार्गदर्शन, संसाधन और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है।
डीसीई के प्राचार्य प्रो. संदीप तिवारी ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उनकी उपलब्धियां गौरवान्वित करने वाली हैं। उन्होंने क्षेत्रीय चुनौतियों को हल करने में नवाचार के महत्व पर जोर दिया और बिहार की आर्थिक प्रगति में स्टार्टअप्स के योगदान को रेखांकित किया। इनक्यूबेशन सेंटर के प्रभारी प्रो. अंकित ने स्टार्टअप कोऑर्डिनेटर सूर्य प्रकाश के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बीज अनुदान प्राप्त करना सिर्फ शुरुआत है। असली चुनौती इन विचारों को सफल व्यवसायों में बदलने और उन्हें नई ऊंचाइयों तक ले जाने की है।
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