राशन को चार किमी का चक्कर लगाने को विवश हैं बेलादुल्ला मोहल्ले के लोग
बेलादुल्ला-शंकर मोहल्ले में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। लोग राशन कार्ड पर अनाज प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। पीडीएस दुकानें दूर हैं, जिससे गरीबों को पैदल यात्रा करनी पड़ती है। पानी...

शहर के बेलादुल्ला-शंकर मोहल्ले में बुनियादी सुविधाएं व्यवस्थित नहीं हैं। लोगों को राशन कार्ड पर अनाज प्राप्त करने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ती है। मोहल्ले के कई हिस्सों में सड़क- नालों की स्थिति भी बदहाल है। लोगों का कहना है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकान का आवंटन अस्त-व्यस्त अंदाज में हुआ है। इस वजह से राशन लेने के लिए तीन-चार किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ता है। दो रेलवे गुमटी व तीन चौक-चौराहे से गुजरने के बाद राशन मिलता है। दशकों की इस परेशानी से गरीब लोग आजिज हो चुके हैं। मोहल्ला निवासी बताते हैं कि गरीबी रेखा से नीचे व ऊपर के मध्यम वर्गीय लोग पीडीएस दुकान की दूरी से व्यथित हैं।
दुकान तक आने-जाने में 20 रुपए टेंपो किराया पर खर्च करना पड़ता है। किराए के अभाव में सैकड़ों गरीब लोग राशन दुकान तक का सफर पैदल तय करते हैं। बेलादुल्ला-शंकर के लोग बताते हैं कि लंबा दूरी पैदल करने की वजह से घर के पुरुष कतराते हैं। मजबूरी में घर की महिलाओं को कंधों पर महीनेभर का राशन लाना पड़ता है। पार्षद प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमचंद यादव उर्फ भोलू यादव बताते हैं कि नियमानुसार 1400 की आबादी पर एक पीडीएस दुकान खोलनी है। वार्ड के नाम पर तीन-चार दुकानें हैं, पर बेला मोड़ सभी वार्ड से बाहर है। इस वजह से गरीबों को मुश्किलें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इससे वार्ड के करीब 5000 लोग परेशान हैं। लोगों को लंबी दूरी तय कर पैदल जाना पड़ता है। कई बार सैकड़ों लोग दुकान बंद रहने से वापस लौटते हैं। इन्हें टोटो-ऑटो का किराया भरना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर डीएम व बीडीओ को कई बार आवेदन दे चुके हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस वजह से मोहल्ले के हजारों परिवार बेबस बने हैं। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के पूर्ण विकास के प्रति निगम अधिकारी भी पहल नहीं करते हैं। यही कारण है कि बेलादुल्ला-शंकर मोहल्ला निवासी परेशान बने हैं। वाटर पंप हाउस बना, पर नहीं मिला पानी: बेलादुल्ला-शंकर मोहल्ला दरभंगा नगर निगम के वार्ड तीन का हिस्सा है। मोहल्ले की आशा देवी, ममता देवी, पंकज कुमार, छोटू कुमार, बिट्टू कुमार, बालकृष्ण यादव, वैद्यनाथ महतो, नंदकिशोर यादव, भरत कुमार, चंदन कुमार आदि बताते हैं कि यह मोहल्ला बेला गार्डन के नाम से रहा है और दरभंगा नगर निगम के स्थापना काल से ही इसका हिस्सा है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले का अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। कई गलियों में आज भी कच्ची सड़कें हैं। साथ ही नल-जल के अधूरे काम से मोहल्ले के गरीब लोग पेयजल किल्लत का सामना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुडको ने मोहल्ले में पाइप बिछाकर पंप हाउस बना दिया, पर घरों में कनेक्शन नहीं मिला है। इसके चलते गर्मी में जलस्तर के गिरने से पेयजल संकट है। लोगों ने बताया कि बुडको की धीमी कार्य गति की वजह से पेयजल संकट है। वाटर सप्लाई पाइप भी कम गहराई में बिछी है। शहर में बुडको के कार्य की समीक्षा होनी चाहिए। -बोले जिम्मेदार- शहर के अन्य मोहल्लों की तरह बेलादुल्ला-शंकर मोहल्ले में भी नगर निगम के टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। वार्ड नंबर तीन में सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है। आपके माध्यम से जानकारी मिली है कि यह बंद है। इसके बारे में जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी। - रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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