बिहार में साइबर फ्रॉड का करतूत,फर्जी वेबसाइट बना निकाली रेलवे की वैकेंसी; विजिलेंस टीम एक्शन में
गुप सी और डी में वैकेंसी जारी होने का दावा करते हुए ऑनलाइन फॉर्म भरने को लेकर एक लिंक भी दिया है, जिसपर आवेदन करने के लिए कहा गया है। फर्जीवाड़ा की भनक लगते ही उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम सक्रिय हो गई।
बिहार में साइबर शातिरों ने उत्तर रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाकर उस पर रेलवे में नौकरी के लिए वैकेंसी निकाल दी है। इसमें गुप सी और डी में वैकेंसी जारी होने का दावा करते हुए ऑनलाइन फॉर्म भरने को लेकर एक लिंक भी दिया है, जिसपर आवेदन करने के लिए कहा गया है। फर्जीवाड़ा की भनक लगते ही उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम सक्रिय हो गई। वेबसाइट की जांच और सत्यापन के बाद उसे फर्जी करार दिया। रेलवे ने अभ्यर्थियों को फर्जीवाड़ा करने वालों से सावधान रहने की सलाह दी है।
इस संबंध में पूमरे के साथ देश के सभी रेलवे जोन व भर्ती बोर्ड के अवगत कराया है। अभ्यर्थियों को बताया गया है कि रेलवे किसी जोनल संस्थान के नाम से वैकेंसी नहीं निकालता है। रेलवे की वैकेंसी सिर्फ आरआरबी और आरआरसी पर जारी होती है, जो भर्ती और परीक्षा की प्रक्रिया पूरा कराता है। आरआरसी एनआर की आधिकारिक वेबसाइट www. rrcnr. org है। इधर, मुजफ्फरपुर स्थित आरआरबी के कार्यलय भी अभ्यर्थी इस वैकेंसी को लेकर पहुंच रहे हैं। हालांकि, वह फर्जीवाड़ा के शिकार नहीं हुए है। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने फर्जी वेबसाइट बनाए जाने की पुष्टि की है।
ऑफलाइन नहीं होता आवेदन
बताया गया है कि आरआरसी / एनआर और आरआरबी की भर्ती प्रक्रिया के लिए ऑफलाइन मोड में भरा आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाता है। उत्तर रेलवे सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से अभ्यर्थियों को नौकरी के धोखेबाजों से सतर्क रहने का सुझाव देने का प्रयास कर रहा है।
आवेदन पर पदनाम और पता तक सही नहीं
उत्तर रेलवे सतर्कता विभाग ने रेलवे में भर्ती के लिए फर्जी आवेदन पत्रों का पता लगाया है। सतर्कता विभाग ने आवेदन पत्रों की जांच की तो पाया गया कि इसमें अधिकारियों के पदनाम और पता सही नहीं हैं। इससे साफ है कि यह आवेदन पत्र पूरी तरह से फर्जी है।