2025 के लिए CM नीतीश ने सेट किया टारगेट 220, बोले- अब NDA के साथ ही रहना है, विपक्ष का काम झूठ फैलाना
जेडीयू की नई राज्य कार्यकारिणी की पहली बैठक में पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 225 का टारगेट सेट किया है। पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से जनता के बीच सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को बताने की अपील की है।
जनता दल यूनाइटेड की नई प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक पटना स्थित जेडीयू के दफ्तर में हुई। जिसमें जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मिशन 2025 का टारगेट सेट कर दिया है। नीतीश ने अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए 220 का लक्ष्य रखा है। उन्होने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए सबसे बड़ी जीत हासिल करेगा। नीतीश कुमार ने एक बार फिर से दोहराया कि वो अब हमेशा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ ही रहेंगे। दो बार जरूर महागठबंधन में गए, लेकिन अब भविष्य में दोबारा ऐसा नहीं होगा।
पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि जनता के सरकार के कामों को गिनाइए। इस दौरान नीतीश ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लोग सिर्फ बयानबाजी कर सकते हैं। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है, सिर्फ झूठ बोलना काम रह गया है। हमने काम करके दिखाया है, विकास के सारे कार्य हमने किये और वो झूठा श्रेय लेने के चक्कर में रहते हैं।
जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने संबोधन में कहा कि हमने 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था। लेकिन हम इससे ज्यादा नौकरी दे रहे हैं। विधानसभा चुनाव के पहले इस लक्ष्य से कहीं अधिक नौकरी दे चुके होंगे। यही नहीं जितना रोजगार देने का वायदा किया था, उससे अधिक लोगों को रोजगार भी मुहैया करा रहे हैं।
इसके अलावा उन्होने बिहार को विशेष सहायता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बिहार को विकास योजनाओं के लिए केन्द्र से भरपूर सहयोग मिल रहा है। यही नहीं केन्द्रीय बजट में भी बिहार के प्रति विशेष ध्यान रखा गया है। नीतीश कुमार ने जदयू कार्यकर्ताओं से क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया और कहा कि लोगों से जाकर मिलें, उन्हें सरकार के विकास और कल्याणकारी कार्यों से अवगत कराएं।
जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 में फिर से सरकार बनाने का संकल्प लिया। यही नहीं पार्टी के पुराने पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करने के लिए सम्मान-संवाद कार्यक्रम चलाने का भी निर्णय लिया गया। साथ ही सहयोगी दलों के साथ बेहतर समन्वयन के लिए संगत-पंगत नाम से कार्यक्रम चलाने पर भी सहमति बनी।पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक व सांगठनिक प्रस्ताव पारित किया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि बिहार ही पार्टी की आधार भूमि है। ऐसे में जब यहां पार्टी का संगठन मजबूत और धारदार होगा तो इसका सीधा लाभ दूसरे राज्यों में भी पार्टी को मिलेगा। बैठक में कुल छह प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। बैठक में नीतीश कुमार के साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पार्टी के मंत्री, वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी आदि मौजूद थे।
हालांकि इस बैठक में जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह निजी कारणों से शामिल नहीं हो सके।