प्ले स्टोर से ई-शिक्षा कोष एप हुआ गायब, शिक्षकों में बढ़ी चिंता
ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप अचानक प्ले स्टोर से गायब हो गया है, जिससे सरकारी शिक्षक परेशान हैं। एप डाउनलोड करने में समस्या और धीमी कार्यप्रणाली के कारण शिक्षकों के प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।...
मोबाइल में नए सिरे से एप नहीं हो रहा डाउनलोड युवा लीड छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप अचानक प्ले स्टोर से गायब हो जाने के कारण सरकारी शिक्षक सोमवार शाम से परेशान हैं। इस समस्या के चलते एप को मोबाइल में नए सिरे से डाउनलोड करना संभव नहीं हो पा रहा है। कई शिक्षक इस तकनीकी समस्या से जूझ रहे हैं। कई शिक्षकों ने शिकायत की है कि वे ई-शिक्षा कोष एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं जो शिक्षक पहले से एप का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें एप की धीमी कार्यप्रणाली और हाजिरी अपलोड न होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। मंगलवार की सुबह दर्ज की गई हाजिरी भी दोपहर तक अपडेट नहीं हो पाई थी, जिससे प्रशासनिक कार्यों में विलंब हो रहा है। बीआरसी कार्यालय में शिकायतों की बाढ़ ई-शिक्षा कोष एप में आ रही तकनीकी समस्याओं को लेकर शिक्षक लगातार बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) कार्यालय में फोन कर रहे हैं और अपनी समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे हैं। इस समस्या का जल्द समाधान न होने पर शिक्षकों के रोजमर्रा के प्रशासनिक कार्यों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे समय पर रिपोर्टिंग व अन्य आवश्यक दस्तावेजों के प्रसंस्करण में देरी हो सकती है। स्थानांतरण के आवेदन में भी असमंजस ई-शिक्षा कोष एप की कार्यप्रणाली में आ रही दिक्कतों का असर शिक्षकों के स्थानांतरण आवेदनों पर भी पड़ सकता है। विभाग ने घोषणा की थी कि सात नवम्बर से सभी शिक्षक अपनी व्यक्तिगत ई-शिक्षा कोष आईडी से स्थानांतरण आवेदन कर सकते हैं, लेकिन एप की वर्तमान स्थिति को देखते हुए शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अगर एप का जल्द समाधान नहीं किया गया तो स्थानांतरण प्रक्रिया में भी देरी हो सकती है। समाधान की उम्मीद शिक्षकों का मानना है कि विभाग को जल्द इस तकनीकी समस्या का समाधान करना चाहिए। कई शिक्षकों ने विभाग से अनुरोध किया है कि एप को फिर से प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया जाए और कार्यप्रणाली में आ रही धीमी गति और अपडेट न होने की समस्याओं का समाधान किया जाए, ताकि वे अपने दैनिक प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से कर सकें।
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